02 अक्टूबर 2022 को हमारे देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जन्म जयंती के अवसर पर अहमदाबाद मंडल पर श्रमदान का व्यापक अभियान चलाया गया।

      मण्डल रेल प्रबंधक श्री तरुण जैन, पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा श्रीमती गीतिका जैन एवं संगठन की सभी सदस्यों,एनजीओ सेव अर्थ, स्काउट एंड गाइड एवं रेल अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा साबरमती अधिकारी रेलवे कॉलोनी में वृक्षारोपण एवं श्रमदान किया गया। इस अवसर पर मण्डल रेल प्रबंधक द्वारा सभी से अधिक से अधिक वृक्ष लगाने की अपील की गई। और कहा की हम सभी को संकल्प लेना चाहिए की प्रत्येक व्यक्ति को अपने जन्मदिन पर एक पेड़ अवश्य लगाये। ऐसा करके हम अपने राष्ट्र की एवं पर्यावरण की सुरक्षा में अपना योगदान दे सकते है और बापू के सपनों को साकार करने में भागीदार बन सकते है।

      वरिष्ठ मण्डल पर्यावरण एवं गृह व्यवस्था प्रबंधक श्री एस टी राठौड़ ने बताया की आज मंडल के पालनपुर स्टेशन पर संत निरकारी चेरीटेबल ट्रस्ट द्वारा व्यापक रूपसे साफ-सफाई की गई। एनजीओ सेव अर्थ और स्काउट एंड गाइड ने गांधीनगर स्टेशन श्रमदान पर श्रमदान किया साथ ही साबरमती अधिकारी रेलवे कॉलोनी, भुज, हेल्थ यूनिट अहमदाबाद सहित अन्य रेलवे कोलोनियों,स्टेशनों में व्यापक रूप से श्रमदान का व्यापक अभियान चलाया गया।

पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मण्डल पर 16 सितम्बर से मनाए जा रहे स्वच्छता पखवाड़ें का समापन श्रमदान के साथ हुआ है। इस दौरान रेलवे अधिकारियों एवं कर्मचारियों एवं उनके परिजनों तथा पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन अहमदाबाद की सक्रिय भागीदारी रही।

      मण्डल रेल प्रवक्ता अहमदाबाद ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि इस स्वच्छता पखवाड़े के दौरान प्रत्येक दिवस को विशेष थीम पर मनाया गया । जिसमें स्वच्छता जागरूकता, स्वच्छ - स्टेशन, रेलगाड़ी, रेल परिसर, डिपो यार्ड एवं शेड, रेलवे कालोनी एवं हेल्थ यूनिट, नीर, पेंट्रीकार एवं केंटीन एव नों प्लास्टिक डे मुख्य थीम रही। प्लास्टिक के उपयोग को कम करने एवं सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को बंद करने के लिए मण्डल के जागरूकता अभियान चलाए गये। इस दौरानों स्टेशनों प्लेटफार्मों एवं सर्कुलेटिंग एरिया में पोस्टरों एवं बैनर्स के माध्यम से जागरूकता अभियान आयोजित किये गये। इस दौरान पर्यावरण की सुरक्षा एवं उसके प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मण्डल के विभिन्न स्थलों पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा वृक्षारोपण किया गया।