भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) ने 4 दिसंबर को एक तकनीकी कार्यान्वयन योजना (टीआईपी) पर हस्ताक्षर किए, जो ईएसए को भारत के गगनयान मिशन के लिए महत्वपूर्ण ग्राउंड ट्रैकिंग सहायता प्रदान करने में सक्षम बनाएगी। इसरो की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इसरो की ओर से ISTRAC के निदेशक डॉ. अनिलकुमार ए. के. और ईएसए की ओर से प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गुणवत्ता निदेशक तथा ESTEC, नीदरलैंड के निदेशक डाइटमार पिल्ज़ ने टीआईपी पर हस्ताक्षर किए। इसरो ने शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट किया वैश्विक सहयोग को मजबूत करना! 4 दिसंबर, 2024 को, इसरो और ईएसए ने गगनयान मिशन के लिए ग्राउंड ट्रैकिंग सहायता प्रदान करने के लिए एक तकनीकी कार्यान्वयन योजना पर हस्ताक्षर किए। निर्बाध कक्षीय संचालन और डेटा निरंतरता के लिए एक बड़ा कदम! अगस्त में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) में इसरो के अध्यक्ष डॉ. सोमनाथ एस और बेल्जियम के भारत में राजदूत डिडिएर वैन डेर हैसेल्ट की उपस्थिति में टीआईपी पर हस्ताक्षर किए गए। टीआईपी ईएसए को गगनयान मिशन के लिए ग्राउंड स्टेशन सहायता प्रदान करने में सक्षम बनाता है जो निगरानी और कक्षीय संचालन के लिए ऑर्बिटल मॉड्यूल के साथ डेटा प्रवाह और संचार में निरंतरता सुनिश्चित करेगा। इसरो और ईएसए के बीच लंबे समय से सहयोग चल रहा है और वे अतीत में कई अंतरिक्ष मिशनों की सफल उपलब्धि में एक-दूसरे का सहयोग करते रहे हैं और भविष्य में सहयोग गतिविधियों के लिए प्रतिबद्ध हैं। टीआईपी पर हस्ताक्षर इसरो और ईएसए के बीच सहयोग में एक और कदम है। (एएनआई) गगनयान परियोजना में 3 सदस्यों के चालक दल को 3-दिवसीय मिशन के लिए 400 किमी की कक्षा में लॉन्च करके और उन्हें भारतीय समुद्री जल में उतारकर सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाकर मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता का प्रदर्शन करने की परिकल्पना की गई है। इससे पहले गुरुवार को इसरो ने PSLV-C59/PROBA-3 मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया, जिससे ESA के उपग्रहों को सटीकता के साथ उनकी निर्धारित कक्षा में स्थापित किया गया।