राजस्थान सरकार इस साल के आखिर में होने वाले राइजिंग राजस्थान निवेश समिट की तैयारियां कर रही है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा निवेशकों को राजस्थान आमंत्रित करने साउथ कोरिया के दौरे पर हैं. वहां वो निवेशकों को राजस्थान में निवेश करने का न्योता देने गए हैं. इधर राजस्थान में राइजिंग राजस्थान समिट की तैयारियां तीन महीने पहले ही शुरु हो गई हैं. इसके लिए वरिष्ठ IAS अधिकारियों को अलग-अलग देशों के निवेशकों से कोऑर्डिनेट करने की जिम्मेदारी दी है. सोमवार को सरकार ने 23 आईएएस अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है. इनमें चार महिला अधिकारीयों को चार देशों का कोर्डिनेटर बनाया गया है. बिजली डिस्कॉम की चैयरमेन आरती डोगरा को जर्मनी, अर्चना सिंह को फिनलैंड, जयपुर विकास प्राधिकरण की आयुक्त आनंदी को जापान, चिकित्सा विभाग की सचिव गायत्री राठौड़ को सिंगापुर और आरूषी मलिक को डेनमार्क के कोर्डिनेटर की जिम्मदारी दी गई है. इससे पहले बीते शुक्रवार को 108 आईएएस अधिकारियों का तबादला किया गया था. इसमें प्रमुख विभाग और पदों पर महिला IAS अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई थी. इन तबादलों के बाद राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी में आमूलचूल बदलाव साफ़ देखे जा सकते हैं. बड़े स्तर पर हुए इन तबादलों से भजनलाल सरकार द्वारा करप्शन के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को मज़बूत करने का संकेत छुपा है. 4 महिला अफसरों को जिन विभागों की ज़िम्मेदारियां दी गई है, उससे साफ़ है कि सरकार एक क्लीन इमेज के साथ काम करने की नीति पर काम कर रही है. यह सभी विभाग वो हैं जिनका आम जनता से सीधा संबंध है.