बूंदी। गुजरात की मेहसाणा साइबर थाना पुलिस ने खाते में अवैध लेनदेन मामले में राजस्थान के बूंदी शहर से कांग्रेस नेता मनीष मेवाड़ा को डिटेन कर अपने साथ गुजरात ले गई है। गुरूवार को गुजरात पुलिस द्वारा अचानक कांग्रेस नेता को डिटेन करने से शहर में हड़कंप मच गया, बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता कोतवाली थाने में पहुंचे।

कोतवाली थाने के एएसआई राम सिंह ने बताया कि गुजरात की मेहसाणा साइबर थाना पुलिस 1.54 करोड़ के अवैध लेनदेन के दर्ज मामले में आरोपी मेवाड़ा को गिरफ्तार करने बूंदी पहुंची थी। शहर के मधुबन कॉलोनी से कांग्रेस नेता मनीष मेवाड़ा को डिटेन कर कोतवाली लाई और पूछताछ की। उन्होंने बताया कि कांग्रेस नेता के खाते में एक करोड़ 54 लाख रुपए का अवैध ट्रांजैक्शन हुआ था। जिसका मामला गुजरात के मेहसाणा साइबर थाने में दर्ज था। 

मिली जानकारी के अनुसार गुजरात के मेहसाणा इलाके के रहने वाले रमणी शंकर पटेल के साथ डेढ़ करोड़ रुपए का फ्रॉड हुआ था। जिस अकाउंट में इस फ्रॉड की राशि गई वह अकाउंट कांग्रेस नेता मनीष मेवाड़ा की था, जिसमें डेढ़ करोड़ रुपए की एंट्री के सबूत गुजरात पुलिस के हाथ लगे। 6 महीने के भीतर डेढ़ करोड़ रुपए की राशि को बूंदी के बैंक से भी निकाला गया। जांच पड़ताल करने के बाद गुजरात पुलिस बूंदी पहुंची जहां मनीष मेवाड़ा को हिरासत में लेकर कोतवाली थाना लायी। जहां गुजरात पुलिस ने पूछताछ की जिस पर कांग्रेस नेता मनीष मेवाड़ा ने बूंदी शहर के एक इंश्योरेंस कंपनी के कर्मचारी का नाम बताया। 

मेवाड़ा ने कहा कि मेरा करंट अकाउंट इंश्योरेंस कंपनी के एक कर्मचारी को दिया हुआ था और वह हर महीने उन्हें 50 हजार रुपए देता था, जब अचानक से डेढ़ करोड़ रुपए की एंट्री का मैसेज उनके मोबाइल पर प्राप्त हुआ तो उन्होंने तुरंत बैंक में जाकर अकाउंट को फ्रीज करवा दिया था। हालांकि कांग्रेस नेता ने डेढ़ करोड़ रुपए की हेराफेरी की बातों को झूठा बताया है। जानकारी के अनुसार कांग्रेस नेता मनीष मेवाड़ा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा की टीम से भी जुड़े हुए थे और प्रदेश में प्रवक्ता के पद पर कार्यरत थे। मामले में देवपुरा के एक रेस्टोरेंट मालिक का भाई भी शामिल बताया जा रहा है।