बूंदी। सामर्थ्य सोसायटी द्वारा बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने व ड्रॉप आउट बालिकाओं को विद्यालय से जोड़ने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर राशी माहेश्वरी ने बालिकाओं के परिजनों से समझाइश करते हुए बालिकाओं को स्कूल भेजने पर जोर दिया। परिजनों से कहा कि बेटियां हमारी आन बान और शान है, इन्हें खूब पढ़ाओं। एक बेटी पढ़ गई तो समझों सात पीढ़ियां तर हो गई।
सोसायटी अध्यक्ष राशि माहेश्वरी ने बताया कि कई बस्तियों में रहने वाली लड़कियों के सामने शिक्षा ग्रहण करने को लेकर बहुत सारी चुनौतियां हैं। जैसेः- माता-पिता का रवैया, बुनियादी ढांचे की कमी, सुरक्षा की कमी, लड़कियों से जुड़े अंधविश्वास, माता- पिता की सामाजिक-आर्थिक स्थिति है। माहेश्वरी ने बताया कि बहुत सारी लड़कियां व बच्चे आधार कार्ड के अभाव में भी विद्यालय जाने से वंचित है और जो लड़कियां ड्रॉप आउट है। उनके सामने काम का बोझ व पारिवारिक समस्याएं हैं। सरकार एवं प्रशासन द्वारा भी इन बालिकाओं व इनके परिजनो को जागरूक करने के लिए उच्च स्तर पर प्रयास किए जाने चाहिए। ताकि बालिका शिक्षा को बढ़ावा मिल सके। सोसायटी सदस्य नम्रता शुक्ला ने कहा कि शिक्षा लड़कियों को महत्वपूर्ण सोच विकसित करने, उनकी आर्थिक संभावनाओं को बेहतर बनाने और उन्हें सूचित जीवन निर्णय लेने के लिए सशक्त बनाने में मदद करती है।