नई दिल्ली, महाराष्ट्र की सियासत में दो मई को बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला। देश की राजनीति के कद्दावर नेताओं में से एक शरद पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का एलान किया। मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान अपनी आत्मकथा का विमोचन करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं।' शरद ने कार्यकर्ताओं से कहा कि मैं हमेशा आपके साथ हूं, लेकिन अब एनसीपी अध्यक्ष के तौर पर साथ नहीं हूं।
शरद पवार ने पार्टी अध्यक्ष से इस्तीफे का एलान करते हुए अपने उत्तराधिकारी के नाम का एलान नहीं किया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि शरद के बाद पार्टी की कमान किसके हाथों में होगी। एनसीपी के उत्तराधिकारियों की रेस में कुछ नाम आगे हैं। इनमें सबसे आगे शरद की बेटी सुप्रिया सुले और भतीजे अजीत पवार का नाम है। हालांकि, छगन भुजबल, जयंत पाटिल और प्रफुल्ल पटेल का नाम भी एनसीपी के अगले अध्यक्ष के तौर पर लिया जा रहा है।
अजीत पवार
शरद पवार के भतीजे अजीत पवार महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता हैं। प्रदेश के डिप्टी सीएम रहे अजीत पवार का एनसीपी में खासा प्रभाव है। हाल ही में कहा जा रहा था कि अजीत पवार पार्टी के कुछ विधायकों संग बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। 2019 में भी वो पार्टी से बगावत कर चुके हैं। तब उन्होंने पार्टी के फैसले के खिलाफ बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर बीजेपी की सरकार बनाई थी। अजीत को तब डिप्टी सीएम का पद मिला था।
सुप्रिया सुले
एनसीपी की कमान शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले को भी मिल सकती है। कहा जाता है कि पार्टी की कमान हाथ में लेने के लिए अजीत पवार और सुप्रिया सुले के बीच खटपट चलती रहती है। सुप्रिया एनसीपी सांसद हैं।
छगन भुजबल
पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक हैं। एनसीपी महाराष्ट्र के पहले अध्यक्ष रह चुके हैं। पिछली महाविकास आघाड़ी सरकार में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री थे। एनसीपी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं।
जयंत पाटिल
महाराष्ट्र एनसीपी के मौजूदा अध्यक्ष हैं। जयंत की पहचान जमीनी स्तर के नेता के तौर पर है। 2019 में वालवा विधानसभा सीट से वो लगातार 6 बार चुनाव जीते। पूर्व में वो राज्य का वित्त मंत्रालय संभाल चुके हैं। उन्होंने महाराष्ट्र का 9 बार बजट पेश किया है।
प्रफुल्ल पटेल
एनसीपी के मौजूदा राज्यसभा सांसद हैं। प्रफुल्ल चार बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा पांच बार राज्यसभा सांसद भी बने।