अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में संकट मोचन महादेव मंदिर के दावे के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है। इस बीच, बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने कहा- अगर कोई विवाद होता तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 साल यहां अकीदत के फूल और चादर नहीं भेजते। यह उनकी आस्था थी, कोई तुष्टीकरण नहीं।उन्होंने कहा- प्रधानमंत्री किसी दबाव या खुश करने के लिए काम नहीं करते। पीएम वो ही काम करते हैं, जो देश के लिए अच्छा हो। कुछ लोग भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं। भारत ही नहीं बल्कि विश्व के लोग भी प्रधानमंत्री से अमन चैन की उम्मीद लगाए बैठे हैं।सिद्दीकी रविवार को अजमेर दरगाह में जियारत करने आए थे। अजमेर सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा- विदेशी ताकतें और विपक्ष मिलकर देश को कमजोर कर रहे हैं। सिद्दीकी ने कोर्ट में याचिका दायर करने वाले हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता को लेकर कहा- क्या विष्णु गुप्ता 800 साल के बाद भारत में पहला ऐसा विद्वान पैदा हुआ है, जिसमें इतना ज्ञान आ गया है कि वहां (अजमेर दरगाह) मंदिर था? क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इंटेलिजेंस फेल रही, जो पता नहीं कर पाई?इससे पहले हिंदू भाई शासक रहे, क्या वो समझ नहीं पाए? यह जो देश को तोड़ने की साजिश कर रहा है, यह दिख रहा है कि किसी के हाथों में खेल रहा है। विदेशी ताकतों और विपक्ष से मिलकर देश को कमजोर कर रहा है। इसका कहीं न कहीं नुकसान उसको (विष्णु गुप्ता) होगा।सिद्दीकी ने कहा- ये जो हिंदू-मुस्लिम की एकता हो रही है और प्रधानमंत्री से लोग उम्मीद कर रहे हैं। आज विश्व जिस प्रकार जल रहा है, वहां अमन और शांति कायम कर सकता है तो वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। जो मोदी को कमजोर करने की कोशिश कर रहे है, वे मुंह की खाएंगे।