टोंक. जिले की मंडावर ग्राम पंचायत की देवगंज डाणी के लोग स्वतंत्रता के 77 वर्ष बाद भी सड़क सुविधा के लिए राजनेताओं और सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहे है.

ग्रामवाशियों ने बताया की राजनेता मात्र चुनावों के समय हीं गांव के लोगो से संवाद करते है बाकि उनके द्वारा विकास का मूलभूत साधन सड़क निर्माण  आज तक करवाने के सार्थक प्रयास नहीं किये गए है.

वही ग्राम पंचायत ने तो कागजो मे नरेगा का काम चला कर लाखो रूपये डकार बैठी है. 

ऐसा नहीं है की ग्राम वाशिंयों द्वारा इस बारे मे जिला प्रशासन को अवगत नहीं कराया गया है पर अधिकारी आदेश देते है और निचले कर्मचारी उनकी धज्जिया उड़ा कलयुगी देवता की सहायता लेकर उन्हें गुमराह करदेते है.

इसकी हीं बानगी है की मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद जिलाधीश टोंक द्वारा मुख्य कार्यकारी अधिकारी के माध्यम से मामले की जाँच करवाई गई थी जिसमे कार्यकारी अधिकारी द्वारा स्पष्ट रूप से देवगंज मे नरेगा के माध्यम से बनी सड़क मे अनियमितता को मानते हुए जिला कलेक्टर को ग्राम पंचायत के विरुद्ध रिपोर्ट बना कर दिनांक 9.5.2024 को प्रेषित करदी थी. मगर सम्बंधित ग्राम पंचायत के ऊंचे रसुख के चलते कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है.जिसके चलते आज भी बच्चों और ग्रामवाशियों को कीचड मे से होकर गुजरना पड़ रहा है.

अब आर पार की लड़ाई 

ग्राम वाशियों ने बताया की अब उनका सरकारी व्यवस्था पर से विश्वाश उठता जा रहा है प्रकरण को लेकर वो चार बार सम्पर्क पोर्टल पर शिकायत कर चूके है. Acb को लिख चुके है पर लाल फीताशाही के चलते उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.लोकसभा चुनाव मे भी उनके द्वारा रोड नहीं तो वोट नहीं के माध्यम से चुनाव बहिष्कार किया था तब जिला प्रशासन के प्रतिनिधियों ने डाणी को राजस्व ग्राम घोषित करने और सड़क की समस्या का समाधान करने का लिखित मे आश्वाशन दिया था मगर वो भी चुनाव के बाद हवा मे उड़ गया है. 

अब ग्राम वाशियों ने आदोलन की दिशा मे कदम बढ़ाते हुए विद्यायक सचिन पायलेट को पत्र लिख कर ग्रामवाशियों ने समस्या का समाधान नहीं होने पर 11अगस्त को बनास पुलिया पर टोंक जयपुर हाइवे जाम करने की चेतावनी दी है.