नागौर जिले की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है. खींवसर विधानसभा उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला होने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है. खींवसर सीट पर बीजेपी ने एक बार फिर रेवंत राम डांगा पर भरोसा जताया है. इस सीट पर मुकाबला उनके पुराने सहयोगी हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल से होगा. जबकि नागौर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुकी डॉ. ज्योति मिर्धा भी हनुमान बेनीवाल को हराने के लिए दमखम से लगी हुई है. उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार शुरू कर दिया है. ज्योति मिर्धा ने कहा कि अबकी बार मुकाबला रोचक होने वाला है. पहली बार है जब उन्हें गठबंधन करने के लिए कोई पार्टी नहीं मिली और अकेले लड़ना पड़ रहा है. उनकी स्थिति काफी कमजोर है. राजस्थान और केंद्र में सरकार है, मुझे उम्मीद जनता यहां भी बीजेपी को जिताएगी. पूर्व सांसद ने कहा कि हनुमान बेनीवाल हर बार किसी पार्टी के साथ गठबंधन करके आम जनता को बेवकूफ बनाकर चुनाव जीत जाते हैं. लेकिन इस बार किसी पार्टी ने उनका सहयोग नहीं किया, उनके साथ गठबंधन नहीं किया. इस बार वह चुनाव नहीं जीत पाएंगे. वह अपनी पार्टी और अपने परिवार तक सीमित रहकर यह चुनाव लड़ रहे हैं. इस बार खींवसर की जनता भी उनके साथ नहीं है. जनता खींवसर में कमल खिलाएगी और रेवंतराम डांगा के साथ में लोगों की सहानुभूति भी बनी हुई है. क्योंकि पिछली बार बहुत कम वोटों के अंतराल से हनुमान बेनीवाल से चुनाव हार गए थे, लेकिन इस बार खींवसर में कमल खिलेगा. क्योंकि दोनों ही पार्टियों से ऐसा कोई प्रत्याशी सामने नहीं है, जो बीजेपी का मुकाबला कर सके.