बसपा प्रमुख मायावती ने ऐलान किया है कि अब बसपा कभी भी गठबंधन नहीं करेगी। क्योंकि, गठबंधन से पार्टी को फायदा नहीं हुआ। दूसरी पार्टी अपना वोट बैंक ट्रांसफर नहीं करा पाती है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा-कांग्रेस से दूरी बरकरार रहेगी। स्वार्थी नेताओं को जोड़ना हमारा मकसद नहीं है।मायावती ने शुक्रवार को X पर लगातार एक के बाद एक 3 पोस्ट किए। मायावती ने कहा-दूसरे दलों में इतनी क्षमता नहीं है कि वह अपना वोट बैंक ट्रांसफर करा पाए। यूपी व दूसरे राज्यों में यह देखने को मिला है कि बसपा का वोट तो ट्रांसफर हो जाता है, जबकि दूसरी पार्टियों का वोट बसपा को नहीं मिलता है। इससे अच्छा रिजल्ट नहीं आता है और पार्टी कैडर निराशा हो जाता है।बसपा प्रमुख ने कहा-अभी हरियाणा चुनाव में अपेक्षित रिजल्ट नहीं मिला है। इससे पहले, पंजाब चुनाव में भी ऐसा ही हुआ था। इसलिए, समीक्षा बैठक में क्षेत्रीय पार्टियों से भी आगे गठबंधन नहीं करने का निर्णय लिया गया है।उन्होंने कहा- भाजपा, NDA और कांग्रेस, इंडी गठबंधन से भी दूरी पहले की तरह जारी रहेगी। बसपा के आत्मसम्मान और स्वाभिमान को कमजोर करने की कोशिश की लगातार जातिवादी ताकतें कर रहीं हैं। इसलिए, जरूरी है कि अपना उद्धार स्वंय करने योग्य व शासक वर्ग बनने की प्रक्रिया पहले की तरह जारी रखनी जरूरी है।