कोटा
फ़रीद खान
समाज और प्रशासन के बीच बनी सहमति,,राव सूरजमल हाड़ा की छतरी का उसी स्थान पर पुनर्निर्माण होगा
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने की पहल, जनभावनाओं का सम्मान सर्वाेपरि
कोटा। बून्दी के पूर्व नरेश राव सूरजमल हाड़ा की छतरी प्रकरण को लेकर गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर पूर्व सांसद एवं कोटा राजघराने के इज्यराज सिंह, समाज के प्रबुद्धजनों की मौजूदगी में एयरपोर्ट अथॉरिटी व जिला प्रशासन के अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में समाज की भावना को ध्यान में रखते हुए उसी स्थान पर छतरी के पुनर्निर्माण को लेकर आम सहमति बन गई। साथ ही, शुक्रवार को दोपहर 12.15 बजे छतरी निर्माण कार्य का भूमि पूजन करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में प्रतिनिधियों ने स्पीकर बिरला को पूरे घटनाक्रम व समाज की विभिन्न मांगों से अवगत कराया। स्पीकर बिरला ने कहा कि धरातल पर कार्यवाही के समय प्रशासन को संवेदनशीलता से कार्य करना चाहिए और सर्व समाज की भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए । घटना की जानकारी मिलने पर उन्होंने संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन को समाज की भावना को ध्यान में रखते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। छतरी के ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखते हुए समाज की भावना के अनुरूप इसका पुनर्निर्माण होना चाहिए। इस दौरान एयरपोर्ट परिसर में हाड़ौती के इतिहास से जुड़े पैनोरमा, पूर्व नरेश राव सूरजमल हाड़ा की प्रतिमा बनाने सहित विभिन्न मुद्दों पर सकारात्मक विचार विमर्श हुआ।
प्रस्ताव पर सीएम ने जताई सहमति
बैठक में आम सहमति बनने के बाद स्पीकर ओम बिरला ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से दूरभाष पर वार्ता कर समाज की भावना से अवगत करवाया। मुख्यमंत्री ने सभी की सहमति से बने प्रस्ताव पर सहमति जताई। साथ ही कोटा विकास प्राधिकरण प्रशासन को शीघ्र छतरी निर्माण की प्रकिया को पूरा कर काम शुरू करने के निर्देश दिए।
बैठक में पूर्व सांसद इज्यराज सिंह के मार्गदर्शन में एक समिति गठित करने का निर्णय भी लिया गया। यह समिति छतरी के पुनर्निर्माण व डिजाइन संबंधी सभी विषयों को लेकर एयरपोर्ट अथॉरिटी से सामंजस्य बनाकर काम करेगी। एयरपोर्ट अथॉरिटी की टेक्निकल कमेटी द्वारा छतरी की डिजाइन फाइनल की जाएगी, बैठक में लिए गए निर्णयों पर उपस्थित एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों ने सहमति जताई।
एयरपोर्ट निर्माण कार्य की समीक्षा की
बैठक में स्पीकर बिरला ने एयरपोर्ट निर्माण संबंधी कार्यों की समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि कोटा एयरपोर्ट को केंद्र सरकार ने सर्वाेच्च प्राथमिकता वाली परियोजना में शामिल कर लिया है। प्रधानमंत्री कार्यालय व नागरिक उड्डयन मंत्रालय के स्तर से निरन्तर मॉनिटरिंग की जा रही है। स्पीकर बिरला के निर्देश पर भूमि प्रत्यावर्तन एवं स्थानांतरण की प्रक्रिया के साथ डीपीआर का काम भी समानान्तर किया जा रहा है, अगले कुछ महीनों में भूमि स्थानांतरण व डीपीआर का कार्य पूर्ण कर मौके पर निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
एएआई की तरफ से प्रोजेक्ट के लिए इंजीनियरिंग कन्सलटेंट की नियुक्ति की जा चुकी है। 4 दिन पूर्व राज्य सरकार ने फोरेस्ट लैंड डाय़वर्जन की सभी प्रकियाओं को पूरा कर प्रस्ताव अंतिम स्वीकृति के लिए भारत सरकार के वन मंत्रालय को भिजवा दिया है।
बैठक में पूर्व सांसद एवं कोटा राजपरिवार के इज्यराज सिंह, ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) भूपेश हाड़ा, बूंदेल सिंह राठौड़, पृथ्वीराज सिंह भंडेडा, जयदेव सिंह, अभिमन्यु सिंह बंबूलिया, अक्षय हाड़ा, जितेन्द्र सिंह पीपल्दा, जाखुंड सरपंच हंसराज बंजारा, विश्व हिन्दू परिषद के प्रताप सिंह नागदा, करणी सेना के पवन सिंह हाड़ा सहित अन्य उपस्थित थे। बैठक में समाज के प्रतिनिधियों ने इस पर सहमति जताई कि प्रस्तावित ग्रीन एयरपोर्ट कोटा के लिए काफी महत्वपूर्ण है इसके निर्माण में किसी तरह की अड़चन पैदा करना समाज का उद्देश्य नहीं है लेकिन राव सूरजमल की छतरी के साथ भी क्षत्रिय समाज की भावनाएं जुड़ी हुई हैं अतः उन भावनाओं का पूरा सम्मान किया जाना चाहिए।
बैठक में लोकसभा सचिवालय के संयुक्त सचिव गौरव गोयल, कोटा कलक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी, बूंदी कलेक्टर अक्षय गोदारा, लोकसभा अध्यक्ष के विशेषाधिकारी राजीव दत्ता, एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारी एवं अन्य उपस्थित थे।