बूंदी जिले के एक गांव में चल रहे गुरुकुल में बीती रात आग लग गई। जिससे दो बच्चे गंभीर रुप से झुलस गए। दोनों बच्चों को नैनवां अस्पताल में प्राथमिक उपचार देने के बाद बूंदी लाया गया। मगर गंभीर हालत के कारण दोनों को कोटा रैफर करना पड़ा। गुरुकुल में बीती रात जब सभी बच्चे सो रहे थे, उस वक्त शॉर्ट सर्किट से आग लगने की बात सामने आ रही है। फिलहाल पुलिस आग के कारणों की जांच कर रही है।

शॉर्ट सर्किट से गद्दों में लगी आग, तीन बच्चे झुलसे

गुरुकुल में आग लगने की यह घटना बूंदी की नैनवां तहसील के तलवास गांव की है। गुरुकुल के आचार्य सुरेश शर्मा का कहना है कि बुधवार रात साढ़े दस बजे तक उन्होंने 14 बच्चों की क्लास ली। इसके बाद 10 बच्चे हॉल और 4 बच्चे हॉल के बाहर सो गए। हॉल में एक पंखा और कूलर चल रहा था। आचार्य ने आशंका जताई कि पंखे से हुए शार्ट सर्किट से निकली आग की चिंगारी गद्दे पर गिरी और आग लग गई। इससे गद्दों पर सो रहे बच्चे आग में घिर गए। बच्चों का शोर सुना तो दौड़कर पहुंचे, तुरंत बच्चों को आग से बाहर निकाला। मगर तब तक तीन बच्चे झुलस गए। जिन्हें नैनवां अस्पताल ले गए। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद तीनों को बूंदी रैफर कर दिया गया।

आग से झुलसे तीनों बच्चों की उम्र 12 से 13 साल

गुरुकुल में आग लगने की घटना में तीन बच्चे झुलसे हैं। इनमें 13 साल का रितेश शर्मा, शिवशंकर शर्मा और 12 साल का अभिजीत शर्मा शामिल हैं। तीनों को पहले नैनवां, फिर बूंदी अस्पताल में उपचार दिया गया। इसके बाद कोटा रैफर कर दिया गया। इनमेंं दो बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस गुरुकुल में आग लगने के कारणों की जांच कर रही है। आचार्य का कहना है कि बच्चों का उपचार चल रहा है। बच्चों के परिजनों को भी इस घटना के बारे में जानकारी दे दी गई है।