पेपर लीक और अन्य लापरवाही का खुलासा करने के बाद अब मंत्री किरोड़ी लाल मीणा दूसरी बड़ी तैयारी में जुट गए हैं। इस मामले को लेकर उन्होनें जवाहर सिंह बेढम से मुलाकात की है और उनको छह पेज का एक दस्जावेज सौंपा है। इसके आधार पर एफआईआर कराने की मांग की गई है। मंत्री ने भी किरोड़ी लाल मीणा को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। किरोड़ी लाल ने अलग अलग दस मामलों में एफआईआ दर्ज करने की मांग संबधी दस्तावेज सौपें हैं। दरअसल राजस्थान के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग यानी (DOITC) में करोड़ों रुपये के घोटाले के आरोपों के बीच, एक वकील ने राज्य सरकार से मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। ये एक या दो नहीं पूरे दस मामले हैं जिनमें मुकदमा दर्ज कराना चाहा गया है। छह पेज के इस मांग पत्र पर अंत में किरोड़ी लाल मीणा के हस्ताक्षर हैं। दरअसल जो दस्तावेज सौपें गए हैं उनमें सरकारी दफ्तर में करोड़ों रुपए नगद मिलने, डीओआईटी में एक किलो सोना मिलने, गणपति प्लाज के लॉकर्स में पैसा और सोना मिलने जैसे मामले शामिल हैं। सौंपे गए पत्र में हवाला दिया गया है कि इस तरह के करीब दस मामले हैं जो सुर्खियों में आए थे, लेकिन बाद में उन पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी। इस कारण इन तमाम मामलों में एफआईआर दर्ज की जाए….। उल्लेखनीय है कि इन सभी मुद्दों को किरोड़ी लाल मीणा ने उठाया था। किरोड़ी लाल पहले भी कई बार एसओजी के दफ्तर में जाकर एसओजी अधिकारियों को कई गुप्त पत्र सौंप चुके हैं और इनके आधार पर अधिकारियों ने बड़े बड़े खुलासे किए हैं। एसआई भर्ती परीक्षा में पेपर लीक को लेकर भी अहम दस्तावेज एसओजी को सौंपे थे। सबसे पहले किरोड़ी लाल मीणा ने ही दावा किया था कि सारा खेल आरपीएससी से ही चल रहा है। बाद में एसओजी ने इसका भी खुलासा कर दिया और आरपीएएसी के दो अधिकारियों को दबोच लिया।