राजस्थान में अब बारिश फिर तेज होने लगी है। शुक्रवार को बीकानेर, श्रीगंगानगर और सीकर जिले के कई इलाकों में बरसात हुई। इससे पहले गुरुवार को पाली, चित्तौड़गढ़, झुंझुनूं में 3 इंच तक बरसात हुई। डूंगरपुर, उदयपुर समेत कई अन्य शहरों में भी बारिश हुई।मध्य प्रदेश में तेज बारिश होने से पार्वती, चंबल, कालीसिंध नदियों में पानी की आवक हो रही है। कल धौलपुर में पार्वती नदी पर बने बांध के चार गेट खोल दिए। वहीं, आज भी 26 जिलों में बारिश का अलर्ट है। अगले एक सप्ताह तक कई जगह भारी बारिश होने की संभावना है। बीकानेर के नापासर कस्बे में आज सुबह तेज बारिश हुई, जिसके कारण स्कूल जाने वाले बच्चे परेशान हुए। इधर लूणकरणसर में देर रात से रिमझिम बारिश चल रही है। लूणकरणसर तहसील के गांवों में तेज बारिश हुई। वहीं, श्रीगंगानगर शहर में सुबह 6 बजे तेज बरसात से लोगों को काफी परेशनी हुई। सीकर जिले में रानोली सहित कई एरिया में हुई तेज बारिश के कारण जलजमाव हो गया। पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा बरसात चित्तौड़गढ़ जिले के राश्मी एरिया में 85 एमएम बरसात हुई है। झुंझुनूं के गुढ़ा गौड़जी में 70, उदयपुरवाटी में 69 और पाली के रायपुर में 68 एमएम दर्ज हुई। चूरू, हनुमानगढ़, गंगानगर के एरिया में कल दोपहर बाद तेज बारिश हुई। सवाई माधोपुर, टोंक, उदयपुर, सीकर, जयपुर, दौसा समेत अन्य कई जिलों में 1 से 2 इंच तक अलग-अलग बरसात हुई। मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि एक नया लो प्रेशर सिस्टम कर्नाटक, गोवा तट से लगने वाले अरब सागर की खाड़ी में बना है। जबकि एक अन्य सिस्टम पहले से उत्तरी बांग्लादेश और आसपास के क्षेत्र के ऊपर एक्टिव है। मानसून ट्रफ लाइन आज श्रीगंगानगर, रोहतक से होकर गुजर रही है। उन्होंने बताया कि इस सिस्टम के प्रभाव से आगामी 5-6 दिन मानसून सक्रिय रहेगा।कोटा, उदयपुर संभाग में 25-26 अगस्त को कहीं-कहीं अति भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं जयपुर, अजमेर, बीकानेर, जोधपुर संभाग कई भागों में मध्यम से तेज बारिश होने की संभावना है।