कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्र और राज्य सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि देश के हालात गृह युद्ध जैसे हैं। आरक्षण और संविधान खतरे में है। डोटासरा ने कहा- राजस्थान में आठ महीने में सरकार सही से काम नहीं कर पाई। किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे पर हां या न में जवाब नहीं दे पा रहे कि उसका क्या हुआ? पहले तो 15-20 दिन तक तो बताया नहीं कि इस्तीफे का क्या हुआ?डोटासरा ने कहा- मैंने मुख्यमंत्री को एक आइडिया बताया है। लॉटरी निकाल लेनी चाहिए। एक घड़े में दो पर्ची डालिए। एक किरोड़ी लाल के मंत्री पद से इस्तीफा स्वीकार करने की और दूसरी अस्वीकार करने की। पर्ची बना लेनी चाहिए, किसी से भी निकलवा लीजिए। इस्तीफा स्वीकार करने की पर्ची निकल जाए तो ठीक। अस्वीकार करने की निकल जाए तो मंत्री काम करें। प्रदेश के एक मंत्री के इस्तीफे के बारे में फैसला नहीं कर पा रहे तो फिर फैसला करेगा कौन? इसलिए हम कहते हैं यह पर्ची सरकार है। यहां पर्चियों से चलती है। अपने विवेक का इस्तेमाल नहीं कर सकते। इन्हें अपने विवेक का इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध है। डोटासरा ने कहा- आज केंद्र की सत्ता में बैठे हुए लोग केवल अपनी सत्ता बचाने के लिए काम कर रहे हैं। देश के लिए काम नहीं कर रहे हैं। देश में धर्म के आधार पर लोगों को बांटकर राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं। देश के हालात गृह युद्ध जैसे हैं, लेकिन हमारे देश के प्रधानमंत्री विदेश के दौरों में व्यस्त हैं। बांग्लादेश के मामले में सरकार ने कोई प्रभावी प्रयास नहीं किए। आज सारे पड़ोसियों से हमारे संबंध खराब हैं। राजनीतिक सत्ता हथियाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।