बून्दी। नगर परिषद के पेराफेरी क्षेत्र मे काॅलोनाईजर्स द्वारा कृषि भूमियो पर काटी जा रही अवैध काॅलोनियो एक बार फिर चर्चा मे आ गई है। शुक्रवार को बूंदी विधायक हरिमोहन शर्मा के द्वारा कृषि भूमियो पर बनी अवैध काॅलोनियो को लेकर दिये गये व्यक्तव्य के बाद स्वायत शासन विभाग इस सम्बन्ध मे महत्वपूर्ण कदम उठा सकता है अगर स्वायत शासन विभाग ने कृषि भूमि पर काटी जा रही काॅलोनियो पर कदम उठा लिया तो काॅलोनाईजर्स पर सकंट खडा हो जायेगा और उन्हे सरंक्षण देने वालो पर भी। 
शुक्रवार को बूंदी विधायक हरिमोहन शर्मा कृषि भूमि पर कट रही काॅलोनियो पर जमकर बरसे। उन्होने स्वायत शासन मंत्री को इंगित करते हुये कहा कि नगर परिषद व नगर पलिका क्षेत्रो मे अवैध कॉलोनियां बन रही हैं। काॅलोनाइजर्स एग्रीकल्चर लेडं पर अवैध कॉलोनियों काटकर छोटे छोटे प्लाॅटो की रजिस्ट्रीया करवा लेते है। शर्मा ने कहा कि काॅलोनाइर्जस व भूखण्ड स्वामी अगर उप पंजीयक कार्यालय मे जाए तो उसकी उसकी रजिस्ट्री जब ही हो जब आवेदक नगर परिषद व नगर पालिका से कृषि भूमि की एनओसी लेकर आये। शर्मा ने कहा कि भी बिना एप्रूव्ड कॉलोनी मे भूखण्डो की रजिस्ट्री हो जाती है फिर वहा मकान बनने लग जाते है। नगर परिषद, नगरपालिका के सामने फिर बिजली की समस्या आ जाती है, फिर नियमन की समस्या आ जाती है। शर्मा ने स्वायत शासन मंत्री को सुझाव दिया कि पट्टों की रजिस्ट्री कराने के लिए, जब रजिस्ट्रार के पास जाए, तो एनओसी ले, आबादी क्षेत्र में है या एप्रूव्ड कोलोनी है या नहीं है। अगर स्वायत शासन विभाग यह व्यवस्था करेगो तो अवैधानिक, अनएप्रूव्ड कॉलोनियां नही बन पायेगी। 
शहर मे कृषि भूमियो पर अवैध काॅलोनियो की बाढ
बूंदी शहर मे पिछले पांच साल से कृषि भूमियो पर अवैध काॅलोनियो बनने का क्रम निरंतर जारी है। शहर का ग्रांधीग्राम नये नवेले काॅलोनाईजर्स की पंसदीदा जगह बन गया है क्योकि वहां केन्द्रीय विधालय व आयुर्वेद चिकित्सालय, साईबर थाना व अन्य सरकारी ईमारते निर्माणधीन है। ग्रांधीग्राम की बात करे तो इन दिनो भूमाफिया गांधीग्राम पटवार हल्के व इसके आस पास की कृषि भूमियो पर खासे तौर पर सक्रिय है बिना कृषि भूमियो का कन्वर्जन करवाये, काॅलोनी नगर परिषद से अप्रुव्ड करवाये बगैर ही काॅलोनियां काटने मे जुटे हुये है। अभी हाल ही मे एक काॅलोनाइजर्स के गु्रप ने तो 400 रूपये स्कवायर फीट मे रजिस्ट्रीशुदा प्लाॅट बेचने का पम्पलेट अखबारो मे डलवा दिया जिसमे लिखा था हम प्लाॅट नही अपना भरोसा बेचते है। जब पम्पलेट मे लिखे खसरा संख्या की जांच की गई तो काॅलोनी अवैध होने की पुष्टि हो गई। नगर परिषद के पेराफेरी क्षेत्र मे कृषि भूमियो पर काॅलोनियो काटने का खेल नगर परिषद, सम्बन्धित पटवारी व राजस्व प्रशासन की मिलीभगत से चल रहा हैै।