ह्यूमिडिटी वाले मौसम के दौरान, जब वातावरण में नमी ज्‍यादा होती है, तो पसीना ठीक से सूख नहीं पाता। इस मौसम में, शरीर के तापमान को कंट्रोल करने में द‍िक्‍कत होती है। ज्‍यादा पसीना आने के कारण, त्‍वचा गीली हो जाती है और बैक्‍टीर‍िया व फंगल इंफेक्‍शन का खतरा बढ़ने लगता है। पसीने के कारण त्‍वचा में रैशेज और खुजली की समस्‍या भी होने लगती है। ड‍िहाइड्रेशन के कारण बच्‍चों में तनाव और एकाग्रता की कमी देखी जा सकती है। ह्यूमिडिटी के कारण अन‍िद्रा की समस्‍या भी हो सकती है। अन‍िद्रा के कारण बच्‍चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ सकता है। ड‍िहाइड्रेशन और ज्‍यादा पसीना आने के कारण बच्‍चों में भूख की कमी और पाचन संबंध‍ित समस्‍याएं और च‍िड़चिड़ापन नजर आ सकता है। इस लेख में जानेंगे क‍ि इस नमी वाले मौसम में ड‍िहाइड्रेशन और अध‍िक पसीना आने की समस्‍या से बच्‍चों को कैसे बचाया जा सकता है। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।

ह्यूमिडिटी से बच्‍चों को होने वाले नुकसान- Humidity Side Effects For Children 

  • बच्‍चों को नमी वाले मौसम में डिहाइड्रेशन और ज्‍यादा पसीना आने की समस्‍या हो सकती है। 
  • ड‍िहाइड्रेशन के कारण बच्‍चों को कमजोरी महसूस होती है और शरीर की एनर्जी कम हो जाती है। 
  • पानी की कमी के कारण स‍िर में दर्द महसूस होता है। 
  • पानी की कमी के कारण कब्‍ज और अन्‍य पाचन संबंध‍ित समस्‍याएं हो सकती हैं। 
  • ड‍िहाइड्रेशन के कारण उल्‍टी, बेहोशी, चक्‍कर आने जैसे लक्षण नजर आते हैं।  
  • ज्‍यादा पसीना न‍िकलने से शरीर में पानी और नमक की कमी हो सकती है ज‍िससे इलेक्‍ट्रोलाइट असंतुल‍ित हो सकता है। 
  • ज्‍यादा पसीना न‍िकलने के कारण रैशेज, दाने और त्‍वचा में खुजली की समस्‍या हो सकती है।   

    डि‍हाइड्रेशन और ज्‍यादा पसीना आने की समस्‍या से बच्‍चों को कैसे बचाएं?

    नमी भरे मौसम में बच्‍चे को ड‍िहाइड्रेशन और अध‍िक पसीना न‍िकलने की समस्‍या से बचाना चाहते हैं, तो कुछ आसान उपायों की मदद ले सकते हैं-

    • बच्‍चों को इस मौसम में पर्याप्‍त मात्रा में पानी प‍िलाएं। इससे बच्‍चों का शरीर ड‍िहाइड्रेशन से बचेगा और ज्‍यादा पसीना नहीं आएगा।
    • इसके अलावा बच्‍चों की डाइट में फलों का रस, नींबू पानी, नार‍ियल पानी आद‍ि को शाम‍िल करें। इस तरह शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद म‍िलेगी।   
    • गर्मी और नमी वाले मौसम में बच्‍चों को इलेक्‍ट्रोलाइट ड्र‍िंक दें। खासकर तब, जब बच्‍चे को ज्‍यादा पसीना आने की समस्‍या हो रही हो। 
    • नमी वाले मौसम में बच्‍चों को हल्‍के और ढीले कपड़े पहनाएं। कॉटन फैब्र‍िक, पसीने को सोखने में मदद करता है और शरीर को ठंडा रखता है।
    • नमी वाले मौसम में, बच्‍चों को धूप में जाने से रोकें। अगर बच्‍चा बाहर जा रहा है, तो उसे छाता और टोपी का इस्‍तेमाल करने की सलाह दें ताक‍ि धूप सीधे स‍िर पर न लगे। 
    • बच्‍चे को अध‍िक पसीना आने की समस्‍या से बचाने के ल‍िए रोज नहलाएं। इससे बच्‍चे के शरीर ठंडा रहेगा। 
    • बच्‍चों की डाइट में ताजे फल और सब्‍ज‍ियों को शाम‍िल करें। तरबूज, खीरा, संतरा आद‍ि फलों में पानी की मात्रा ज्‍यादा होती है। इन चीजों का सेवन करने से शरीर हाइड्रेट रहता है।
    • अगर बच्‍चे को थकान, चक्‍कर आने या घबराहट महसूस होने जैसे लक्षण नजर आते हैं, तो तुरंत डॉक्‍टर से संपर्क करें। 

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