नीट यूजी धांधली मामले में आज छात्रों की बड़ी जीत हुई है. नीट परीक्षा परिणाम में अनियमितता को देखते हुए एनटीए को सुप्रीम कोर्ट में 1563 छात्रों का ग्रेस मार्क्स रद्द करके फिर से नीट एग्जाम आयोजित करने का फैसला लेना पड़ा है. न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की बेंच ने मामले की सुनवाई की.
67 छात्रों को 720 में से 720 मार्क्स मिलने पर जब एनटीए से सवाल पूछा गया था तो एनटीए इसके पीछे की वजह ग्रेस मार्क्स बताया था. एनटीए ने अपनी सफाई में कहा था कि कुछ एग्जाम सेंटर्स पर लॉस ऑफ टाइम की वजह से कुल 1563 छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं जिसकी वजह से 44 छात्रों के मार्क्स 720 हुए. हालांकि आज एनटीए ने सुप्रीम कोर्ट में कह दिया है कि वो ग्रेस मार्क्स रद्द करके इन छात्रों का री-एग्जाम कराने को तैयार हैं.