अठारहवीं लोकसभा के लिए करीब ढाई महीने तक चली मतदान प्रक्रिया शनिवार को सांतवें और अंतिम चरण की वोटिंग की साथ ही संपन्न हो गई। इस चरण में आठ राज्य व केंद्रशासित प्रदेश की 57 सीट पर औसतन 61 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ। इसके साथ ही मतदान के बाद किए गए सर्वेक्षणों (एग्जिट पोल) के नतीजों को लेकर अटकलों का बाजार गर्म गया। ज्यादातर सर्वेक्षण में भाजपा और उसके नेतृत्व वाले एनडीए के भारी बहुमत से लगातार तीसरी बार सत्ता में आने का अनुमान व्यक्त किया गया है। यानी फिर एक बार मोदी सरकार के ही संकेत हैं। कांग्रेस व उसके सहयोगियों का इंडिया समूह कहीं भी टक्कर में दिखाई नहीं दे रहा है। हालांकि यह भी सच है कि एग्जिट पोल हमेशा सही साबित नहीं हुए हैं। अब देश की नजरें चार जून पर टिक गई हैं जब मतगणना के बाद वास्तविक नतीजे सामने आएंगे।हालांकि, कुछ एग्जिट पोल में बिहार, राजस्थान और हरियाणा जैसे हिंदीभाषी राज्यों में झटके लगने के संकेत हैं। पश्चिम बंगाल मेें भाजपा अच्छी पैंठ बनाती दिख रही है। एक्सिस-माइ इंडिया के अनुसार, भाजपा केरल में 27 फीसदी वोट शेयर हासिल करती दिख रही है। ऐसा होना इस वामपंथी राज्य में दक्षिणपंथी भाजपा के लिए मील का पत्थर हो सकता है। तमिलनाडु में भी भाजपा एक-दो सीट के साथ खाता खोल सकती है। कर्नाटक में एनडीए पूरी तरह स्वीप करने की स्थिति में दिख रही है।भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने मतदान संपन्न होने के बाद दावा किया उनकी पार्टी 370 से अधिक सीटों पर विजय प्राप्त करेगी। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि इस चुनाव में भाजपा 370 से अधिक सीटें जीतेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। उधर, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इंडिया समूह की बैठक के बाद दावा किया कि उनका गठबंधन 295 से ज्यादा सीट जीतेगा। कांग्रेस मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने एग्जिट पोल के अनुमानों पर कहा, ‘जिस व्यक्ति को चार जून को एग्जिट होना है, उसने एग्जिट पोल मैनेज किया है।