दूध (Milk) में ऐसे कई कंपाउंड होते हैं जो हेल्दी स्लीप साइकिल का सपोर्ट करने के लिए जाने जाते हैं। साथ ही सोते समय के रुटीन में दूध शामिल करने से साइकोलॉजिकल इफेक्ट भी सामने आता है जो आपको अच्छी नींद लेने में मदद करता है। आइए जानते हैं रात को सोने से पहले दूध पीने के और कितने फायदे होते हैं।
जल्दी सोने में मिल सकती है मदद
कई रिपोर्ट्स से पता चलता है कि सोने से पहले दूध और पनीर जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स को लेने से कुछ लोगों को रात में अधिक आरामदायक नींद लेने में मदद मिल सकती है, हालांकि इसका कारण साफ नहीं है। कई हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि दूध की नींद को बढ़ावा देने की ताकत उसके केमिकल कंपाउंड में होती है।
हेल्दी स्लीप साइकिल के लिए जरूरी
दूध में कुछ कंपाउंड्स होते हैं खासकर ट्रिप्टोफैन और मेलाटोनिन। यह आपको सोने में मदद कर सकते हैं। ट्रिप्टोफैन एक अमीनो एसिड है, जो अलग तरह के प्रोटीन रिच फूड्स में पाया जाता है। यह सेरोटोनिन नामक न्यूरोट्रांसमीटर के प्रोडक्शन में जरूरी भूमिका निभाता है। सेरोटोनिन मूड को बढ़ाता है, आराम को बढ़ावा देता है और मेलाटोनिन हार्मोन के प्रोडक्शन में भी मदद करता है। मेलाटोनिन, जिसे स्लीप हार्मोन के रूप में भी जाना जाता है, आपके दिमाग द्वारा जारी किया जाता है। यह आपके सर्कैडियन रिदम को रेगुलेट करने और आपके शरीर को स्लीप साइकिल बेहतर बनाने में मदद करता है।
साइकोलॉजिकल इफेक्ट
एक अन्य थ्योरी यह है कि गर्म दूध पीने से आपको बचपन के शुरुआती वर्षों के दौरान सोते समय दूध पीने की याद आ सकती है। ये सुखदायक भावनाएं आपके दिमाग को संकेत दे सकती हैं कि यह सोने का समय है, जिससे शांति से सोना आसान हो जाता है।