भारत ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मुद्दे पर कनाडा सरकार द्वारा लगाए गए आरोपों को कड़ाई से खारिज करते हुए आतंकी तत्वों पर कार्रवाई की मांग की है।
ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा
ओम धगाल की और से हिंडोली विधानसभा क्षेत्र एवं बूंदी जिले वासियों को रौशनी के त्यौहार दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं
नई दिल्ली: खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर कनाडा सरकार के आरोपों पर भारत ने करारा पलटवार किया है। विदेश मंत्रालय ने कनाडा सरकार के आरोपों को बेबुनियाद और आधारहीन करार देते हुए कहा है कि हम कानून पर विश्वास करते हैं। भारत ने साथ ही कनाडा से आतंकी तत्वों पर कार्रवाई करने की मांग की है। भारत ने कहा है कि इस तरह के बयान खालिस्तानियों से ध्यान हटाने के लिए दिए गए हैं।
कनाडा के पीएम ने संसद में दिया बयान
बता दें कि खालिस्तानी आतंकियों के मामले में G-20 समिट में फटकार खाने के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हताशा भरा बयान दिया था। कनाडा के प्रधानमंत्री ने ओटावा में हाउस ऑफ कॉमंस में कहा था कि कनाडा की सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार और खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बीच कनेक्शन की जांच कर रही हैं। उन्होंने कहा था कि कनाडा के नागरिक की उसी की सरजमीं पर हत्या में किसी दूसरे देश या विदेशी सरकार की संलिप्तता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कनाडाई प्रधानमंत्री के बयान के साथ ही दोनों देशों के बीच तल्खी फिर से बढ़ने लगी है।
गुरुद्वारे के बाहर हुई थी निज्जर की हत्या
18 जून को खालिस्तानी आतंकी निज्जर की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जब वो कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में एक गुरुद्वारे की पार्किंग में खड़ा था। निज्जर पंजाब के जालंधर का रहने वाला था और उस पर सूबे में आतंकवाद फैलाने का आरोप था। 2020 में भारत ने उसे आतंकी घोषित किया था तो 2022 में NIA ने उसके ऊपर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। निज्जर ने न सिर्फ पंजाब में आतंकवाद फैलाया, बल्कि उसने लॉरेंस बिश्नोई गैंग की मदद भी की। आतंकियों की मदद के साथ-साथ उसका काम लॉजिस्टिक और पैसा मुहैया कराने का भी था।