नई दिल्ली, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता अजित पवार और उनके आठ सहयोगियों के महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में शामिल होने के पीछे पार्टी अध्यक्ष शरद पवार और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने केंद्रीय एजेंसियों के मामलों को वजह बताया है। आइए जानते हैं कि किस नेता के विरुद्ध कौन से मामला हैं.
अजित पवार
कोआपरेटिव बैंक घोटाले में आर्थिक अपराध शाखा जांच कर रही थी, लेकिन महाविकास आघाड़ी (MVA) सरकार में उसने अजित के विरुद्ध जांच बंद कर दी थी। इससे ईडी की जांच भी बंद हो गई थी। सरकार बदलने पर जांच एजेंसी का रुख बदल गया और उसने जांच शुरू कर दी। ईडी ने भी अप्रैल में अपना आरोपपत्र दाखिल कर दिया। सिंचाई घोटाले में एसीबी ने उनके विरुद्ध जांच की थी और बांबे हाई कोर्ट में उन्हें क्लीनचिट देते हुए रिपोर्ट दाखिल की थी, लेकिन कोर्ट ने अभी रिपोर्ट स्वीकार नहीं की है।