नई दिल्ली। किसान आंदोलन के दौरान सत्ता विरोधी सुरों को ट्विटर प्लेटफार्म से हटाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से दबाव डालने और धमकी देने के ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी के दावों को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। कांग्रेस ने कहा कि इस खुलासे से एक बार फिर साफ है कि लोकतंत्र की जननी में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।

मल्लिकार्जुन खरगे ने सरकार पर साधा निशाना

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इस खुलासे से जाहिर होता है कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को कुचलने के लिए भाजपा सरकार ने तानाशाही का यह टूलकिट अपनाया। इसे लोकतंत्र को कमजोर करने की भाजपा की साजिश करार देते हुए खरगे ने कहा कि सत्ताधारी दल के ऐसे मंसूबों को कांग्रेस नाकाम करती रहेगी।

'जैक डॉर्सी के बयान पर राष्ट्रवाद का ढोंग न रचें'

मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि भाजपा-आरएसएस के राजनैतिक वंशज जो स्वतंत्रता के आंदोलन में अंग्रेजों के पक्ष में लड़े, वो ट्विटर के पूर्व सीईओ के बयान पर राष्ट्रवाद का ढोंग न रचें। देश को शर्मिंदा करने में भाजपा अव्वल है। किसान आंदोलन को कुचलने के लिए मोदी सरकार ने क्या कुछ नहीं किया। खुद प्रधानमंत्री मोदी ने अन्नदाता किसानों के आंदोलनजीवी बुलाया। यूपी के मुख्यमंत्री ने विदेशी फंडिंग लेने का आरोप लगाया।

'भाजपा ने किसानों को नक्सली और आतंकवादी कहा'

उन्होंने कहा कि भाजपा के मंत्रियों और नेताओं ने किसानों को नक्सली, आतंकवादी और देशद्रोही बुलाया। कंटीले तार, सीमेंट की दीवारें, सड़कों पर कीलें बिछाकर उनका रास्ता रोकने की कोशिश की और जुल्म ढाए। 750 किसानों की जान गई। उनको श्रद्धांजलि और मुआवजा देना तो दूर, उन शहीदों के लिए संसद में एक मिनट का मौन भी नहीं रखा। 1.48 लाख किसान आज भी किसान आंदोलन के दौरान दर्ज केस लड़ने को मजबूर हैं।

'पत्रकारों और किसान आंदोलन के नेताओं को धमकाया गया'

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अगर ये सब किया तो पत्रकारों और किसान आंदोलन के नेताओं को धमकाना मोदी सरकार के लिए कोई बड़ी बात नहीं है, मगर हम देश में लोकतंत्र खत्म करने की भाजपाई साजिश को नाकाम करते रहेंगे।

क्या बोलीं कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत

कांग्रेस की सोशल मीडिया विभाग की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि अपनी आइटी सेल की फेक न्यूज फैक्ट्री के जरिए भाजपा नेताओं ने किसान आंदोलन के दौरान कांग्रेस पर टूलकिट के इस्तेमाल का आरोप लगाया। मगर उस टूलकिट को ट्विटर ने मैनिपुलेटेड मीडिया घोषित कर दिया। इसके बाद 24 मई 2021 को ट्विटर के कार्यालयों और कर्मचारियों के घर छापा पड़ा।

'सरकार के इशारे पर ब्लॉक किया राहुल का अकाउंट'

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट को सरकार के इशारे पर ब्लॉक किया गया और सरकार का मन जब इससे भी नहीं भरा तो छह महीने तक के लिए उनके फॉलोवरों की संख्या बढ़ने से रोक दी गई। सुप्रिया ने आरोप लगाया कि ट्विटर ही नहीं फेसबुक, यूट्यूब जैसे अन्य वैकल्पिक मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी सरकार सच को दबाने का प्रयास कर रही है।