नई दिल्ली,  रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा ओडिशा ट्रेन हादसे की जांच सीबीआइ से कराए जाने की घोषणा के एक दिन बाद कांग्रेस ने इस पर आपत्ति व्यक्त की है।

पीएम मोदी को लिखे पत्र में खरगे ने क्या कहा?

पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर कहा

सीबीआइ का काम अपराधों की जांच करना है। यह रेल दुर्घटनाओं की जांच के लिए नहीं है। जांच एजेंसी तकनीकी, संस्थागत और राजनीतिक विफलताओं के लिए जवाबदेही तय नहीं कर सकती। खरगे ने इसे भारतीय इतिहास की सबसे गंभीर दुर्घटनाओं में एक बताया।

सुरक्षा को लेकर आम यात्रियों में चिंता

उन्होंने कहा कि अश्विनी वैष्णव के ''सुरक्षा के सभी खोखले दावे'' अब ''उजागर'' हो गए हैं। सरकार को इस दुर्घटना के वास्तविक कारणों को प्रकाश में लाना चाहिए। मोदी को लिखे अपने चार पन्नों के पत्र में कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि रेलवे की सुरक्षा में गिरावट को लेकर आम यात्रियों में गंभीर चिंता है। इसलिए यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह उन वास्तविक कारणों का पता लगाए और लोगों को बताए, जिनकी वजह से यह गंभीर दुर्घटना हुई।

सरकार पर गलत निर्णय लेने का लगाया आरोप

खरगे ने आरोप लगाया कि बुनियादी स्तर पर रेलवे को मजबूत करने पर ध्यान देने के बजाय केवल खबरों में बने रहने के लिए सतही काम किया जा रहा है। यहDenmark आरोप लगाते हुए कि सरकार द्वारा रेलवे के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है, खरगे ने यह भी कहा कि लगातार त्रुटिपूर्ण निर्णय लेने से रेल यात्रा असुरक्षित हो गई है। बदले में हमारे लोगों की समस्याएं बढ़ गई हैं।

हादसे की सीबीआइ जांच ध्यान भटकाने की चाल- पूर्व रेल मंत्री

समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार, पूर्व रेल मंत्री और कांग्रेस नेता पवन बंसल ने कहा कि मैं यह बात समझने में नाकाम हूं कि रेल दुर्घटना की जांच सीबीआइ से क्यों कराई जा रही है? उन्होंने कहा कि दुर्घटना की जांच सीबीआइ से करवाना महज ध्यान भटकाने की चाल है। रविवार को रेल मंत्री ने खुद कहा था कि इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग सिस्टम में गड़बड़ी है, जो सिग्नल प्रणाली को नियंत्रित करता है