राजस्थान उपचुनाव के लिए 6 प्रत्याशी की पहली सूची में बीजेपी ने दौसा से जगमोहन मीणा को मैदान में उतारा गया है. इस टिकट के पीछे उनके भाई और पार्टी के दिग्गज नेता डॉ. किरोड़ीलाल मीणा को मनाए जाने की कवायद मानी जा रही है. लोकसभा चुनाव के दौरान भी संभावना जताई जा रही थी कि जगमोहन मीणा ने दौसा से टिकट मांगा था, लेकिन बीजेपी ने कन्हैयालाल मीना पर भरोसा जाहिर किया. वहीं, किरोड़ी लाल खुद सवाई माधोपुर से विधायक हैं. उनका भतीजा राजेंद्र महुआ से विधायक हैं. अब किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन अगर दौसा उपचुनाव में जीत हासिल करते हैं तो विधानसभा पहुंचने वाले उनके परिवार से तीसरे विधायक होंगे. टिकट घोषणा के बाद कांग्रेस ने भी तंज कस दिया. जगमोहन मीणा को टिकट मिलने पर प्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से किरोड़ीलाल मीणा पर चुटकी ली. कांग्रेस ने तंज कसा कि विरोध और इस्तीफा भी एक कला, भाई का टिकट था असली मसला. सोशल मीडिया पर किए पोस्ट में लिखा "मंत्री जी की भवानी जाग गई मतलब..अब मंत्री जी, मंत्री ही रहेंगे. दरअसल, लोकसभा चुनाव में पूर्वी राजस्थान की कई सीटों पर बीजेपी की हार के बाद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. उनके इस इस्तीफे को पार्टी से उनकी नाराजगी से जोड़कर भी देखा गया है. लेकिन उन्होंने इस बात से इनकार करते हुए कहा था कि मुझे किसी से नाराजगी नहीं है, न हेलीकॉप्टर को लेकर न ही किसी अन्य बात को लेकर. जिस क्षेत्र में मैंने 45 साल सड़कों पर काम किया, लोगों के बीच में रहा, उनकी समस्याओं को सुना, उन लोगों के वोट मैं पार्टी को नहीं डलवा पाया. यह मेरी विफलता है. इसलिए मैं खुद से नाराज हूं. मेरी नाराजगी मुख्यमंत्री या प्रदेश अध्यक्ष से नहीं है. जब भवानी जग जाएंगी तो मान जाऊंगा, लेकिन अभी कैबिनेट मंत्री नहीं हूं.