नई दिल्ली। पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी के साथ ही पाकिस्तान लंबे समय तक राजनीतिक अस्थिरता की जाल में फंसता दिख रहा है। खास तौर पर मौजूदा अस्थिरता को जिस तरह से पाकिस्तानी सेना के साथ जोड़कर देखा जा रहा है, उसके दूरगामी असर की बातें कही जा रही है।

पड़ोसी मुल्क पर भारत की पैनी नजर

अपने पड़ोसी देश में चल रही राजनीतिक उठापटक पर भारत की पैनी नजर तो है ही साथ ही वह सीमा की चौकसी व कश्मीर की आतंरिक सुरक्षा इंतजामों को लेकर भी बेहद सतर्क है। आधिकारिक तौर पर भारत ने इमरान खान की गिरफ्तारी पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन इस बात की सूचना मिली है कि परमाणु संपन्न इस पड़ोसी देश के हर पल के हालात की लगातार निगरानी की जा रही है।

''सेना के निशाने पर हैं इमरान खान''

वजह बताते हुए देश के प्रमुख रणनीतिक विशेषज्ञ ब्रह्मा चेलानी का कहना है कि इमरान खान कभी पाकिस्तान सेना के सबसे पसंदीदा राजनेता रहे हैं। उसकी मदद से ही वह सत्ता हासिल किये थे। अब वह सेना के निशाने पर हैं और इस वजह से ही उनकी गिरफ्तारी हुई है। यह गिरफ्तारी इमरान खान की तरफ से एक खुफिया अधिकारी के खिलाफ आरोप लगाने और इस आरोप को पाक सेना की तरफ से खारिज किये जाने के एक बाद हुई है।