नई दिल्ली,  कर्नाटक में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर अमल और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) लागू करने के भाजपा के वादे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा है कि दोनों ऐसे मुद्दे हैं जो समाज को विभाजित करने के साथ ही सामाजिक संघर्ष को बढ़ावा दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के लोग भाजपा के इस प्रस्ताव को खारिज कर देंगे। बजरंग दल विवाद के बीच चिदंबरम ने कहा कि कर्नाटक चुनाव से संबंधित कांग्रेस के घोषणा पत्र में यह कहीं नहीं कहा गया है कि उनकी पार्टी की सरकार बनने पर बजरंग दल पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।

कांग्रेस ने नफरत फैलाने वाले सभी संगठनों को दी चेतावनी

चिदंबरम ने कहा कि घोषणा पत्र में नफरत फैलाने वाले सभी संगठनों के खिलाफ कानून के दायरे में निर्णायक कार्रवाई किए जाने का वादा किया गया है। कहा कि कृपया दो वाक्यों को फिर से पढ़ें। इसमें दो संगठनों का जिक्र है, जो कठोर भाषा का उपयोग करते हैं और चरमपंथी गतिविधियों में शामिल होते हैं। कांग्रेस ने नफरत फैलाने वाले सभी संगठनों को चेतावनी दी है।

कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एक साक्षात्कार में पूर्व केंद्रीय मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि राज्य के लोग बुद्धिमानी से अपने प्रतिनिधि का चयन करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अपने खिलाफ कहे गये अपशब्दों का मुद्दा उठाए जाने को लेकर पूछे जाने पर चिदंबरम ने कहा कि चुनाव में तल्ख राजनीतिक भाषा गाली नहीं है।