नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। पिछले कुछ समय से भारतीय बाजार ने निवेशकों को कुछ खास रिटर्न नहीं दिया है। निफ्टी और सेंसेक्स दोनों इंडेक्सों पर दबाव देख गया है, लेकिन एक ऐसा सेक्टर ने निवशकों को इस दौरान बंपर रिटर्न दिया है। हम बात कर रहे हैं FMCG सेक्टर की।
बीते एक साल में एफएमसीजी इंडेक्स ने निवेशकों को करीब 25 प्रतिशत रिटर्न दिया है। इस दौरान इंडेक्स 35,826 अंक से बढ़कर 47,955 अंक हो गया है। एफएमजीसी इंडेक्स ने निवेशकों को रिटर्न ऐसे समय पर दिया, जब निफ्टी और सेंसेक्स निवेशकों को निराश कर रहे थे।
क्या है FMCG Index?
एफएमसीजी इंडेक्स कंज्यूमर स्पेस की टॉप 15 कंपनियों से मिलकर बना है। इसमें वरुण बेवरेज, आईटीसी, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, रेडिको खैतान, नेस्ले, इमामी, यूनाइटेड स्पिरिट्स, टाटा कंज्यूमर, मैरिको,
यूनाइटेड ब्रेवरीज, हिंदुस्तान यूनिलीवर, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, डाबर, कॉलगेट और पीएंडजी के नाम शामिल हैं।
बता दें, पिछल एक साल (2 मई, 2022- 28 अप्रैल,2023) में इस इंडेस्क के 15 शेयरों में 8 शेयरों ने सकारात्मक रिटर्न, जबकि 7 शेयरों में नकारात्मक रिटर्न दिया है।
इन शेयरों ने दिया बंपर रिटर्न
वरुण बेवरेज ने 95.77 प्रतिशत, आईटीसी ने 61.96 प्रतिशत, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज ने 38.58 प्रतिशत, रेडिको खैतान ने 28.23 प्रतिशत, नेस्ले ने 17.95 प्रतिशत गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने 17.94 प्रतिशत, हिंदुस्तान यूनिलीवर ने 10.20 प्रतिशत, पीएंडजी ने 1.52 प्रतिशत का सकारात्मक रिटर्न दिया है।
इन शेयरों ने कराया निवेशकों का नुकसान
इमामी ने 23.73 प्रतिशत, यूनाइटेड स्पिरिट्स ने 8.25 प्रतिशत,टाटा कंज्यूमर ने 7.58 प्रतिशत, मैरिको ने 4.83 प्रतिशत, यूनाइटेड ब्रेवरीज ने 4.97 प्रतिशत, डाबर ने 4.34 प्रतिशत और कॉलगेट ने 3.23 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
FMCG शेयरों के रिटर्न देने का कारण
- महंगाई कम होने से कंपनियों के मार्जिन में सुधार।
- अर्थव्यवस्था में तेजी आने से मांग में सुधार।
- ग्रामीण क्षेत्रों में मांग में बढ़ोतरी होना।
- ब्रांडेड प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ना।
- सुपरस्टोर कल्चर का चलन बढ़ना।
- एफएमजीसी सेक्टर को निवेश के लिहाज से सुरक्षित माना जाता है। जब भी बाजार में अनिश्चतता और गिरावट का माहौल होता है, इसमें तेजी देखी जाती है।