नई दिल्ली,  महाराष्ट्र की सियासत में बीते कुछ दिनों से काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। हाल ही में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने इस्तीफे का एलान किया और अब शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बड़ा बयान दिया है। 

पीएम मोदी का विरोधी नहीं: उद्धव ठाकरे

महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उद्धव ने कहा कि मैं पीएम मोदी का विरोधी नहीं हूं, लेकिन तानाशाही का विरोध करता हूं। उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि एनसीपी में जो कुछ भी चल रहा है, उसका असर महाविकास आघाड़ी गठबंधन पर नहीं पड़ेगा।

शरद पवार से इस्तीफा वापस लेने की मांग: एनसीपी प्रवक्ता

एनसीपी प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा कि शरद पवार द्वारा गठित समिति उनसे पार्टी प्रमुख के रूप में अपना इस्तीफा वापस लेने का आग्रह करेगी। तापसे ने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी कार्यकर्ता नहीं चाहते कि पवार पद छोड़ें।

'सामना' के दावों का खंडन

एनसीपी प्रवक्ता ने 'सामना' में छपे संपादकीय के दावों का भी खंडन किया और कहा कि पार्टी एकजुट है। तापसे ने कहा, 'पूरी एनसीपी एकजुट है। महाविकास आघाड़ी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने के लिए भाजपा के खिलाफ उम्मीदवारों को खड़ा करना चाहिए।

शिवसेना (यूबीटी) ने क्या दावा किया है?

'सामना' में लिखा है कि शरद पवार द्वारा इस्तीफे का एलान करते ही कई नेताओं के आंसू छलक पड़े, रोने-धोने लगे। पवार के चरणों पर नतमस्तक हो गए, लेकिन इनमें से कइयों के एक पैर भाजपा में हैं और पार्टी को इस तरह से टूटते देखने की बजाय सम्मान से सेवानिवृत्ति ले ली जाए, ऐसा सेकुलर विचार पवार के मन में आया होगा तो उसमें गलत नहीं है। एनसीपी का एक गुट भाजपा की दहलीज पर पहुंच गया है और राज्य की राजनीति में कभी भी कोई भूकंप आ सकता है, ऐसे माहौल में पवार ने इस्तीफा देकर हलचल मचा दी।