नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: तीन दिनों तक चले देश की चौथी बड़ी फार्मा कंपनी मैनकाइंड फार्मा का आईपीओ ऑफर अब खत्म हो चुका है। आखिरी दिन इस आईपीओ को 15.32 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जिसमें इंस्टीट्यूशनल बायर्स ने जमकर अपना योगदान दिया।
एनएसई के आंकड़ों के मुताबिक, आईपीओ को ऑफर पर 2,80,41,192 शेयरों के मुकाबले 42,95,12,902 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं।
किसने कितना किया सब्सक्राइब?
आईपीओ में अलग-अलग बायर्स के लिए रिजर्व रहे हिस्से में से क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) ने अपने हिस्से का 49.16 गुना सब्सक्राइब किया, नॉन इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर (NII) ने 3.80 गुना और रिटेल इंडिविजुअल इंवेस्टर (RII) ने 92 प्रतिशत सब्सक्राइब किया।
कंपनी का आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) था जिसमें प्रोमोटर्स और अन्य मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 4,00,58,844 इक्विटी शेयरों की बोली लगाई गई थी। आईपीओ का ऑफर प्राइस रेंज 1,026 रुपये से 1,080 रुपये था।
जानिए मैनकाइंड फार्मा को
मैनकाइंड फार्मा भारत की चौथी सबसे बड़ी दवा निर्माता कंपनी है। कंपनी तेजी से चिकित्सीय क्षेत्रों के साथ-साथ कई उपभोक्ता स्वास्थ्य देखभाल उत्पादों में फार्मास्युटिकल फॉर्मूलेशन की एक विविध श्रेणी का विकास और निर्माण कर रही है।
कंपनी के मैनफॉर्स कंडोम और प्रेगा न्यूज जैसे प्रोडक्ट लोगों में काफी पॉपुलर हैं। कंपनी बीएसई और एनएसई दोनों पर लिस्ट है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी ने 97.20 फीसदी कमाई भारतीय बाजारों से की थी। कंपनी ने नौ महीने (अप्रैल - दिसंबर 2022) में 996.4 करोड़ रुपये कमाये थे।