धर्मपाल सिंह ने कहा, “सच्चाई यह है कि अतीक अहमद की हत्या के पीछे विपक्ष का हाथ है। उसकी गिरफ्तारी के बाद वह कई राज खोलने वाला था। इसलिए विपक्ष ने उसकी हत्या करवा दी।” बता दें कि माफिया और उसके भाई अशरफ अहमद की पिछले सप्ताह प्रयागराज में मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय हत्या कर दी गई थी।
राजू और उमेश पाल हत्याकांड में था आरोपी
अतीक अहमद 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या और इस साल फरवरी में बसपा नेता की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या का आरोपी था। इससे पहले दिन में पुलिस टीम जांच के लिए उस होटल में पहुंची, जहां हत्या से पहले अतीक अहमद के हत्यारे रुके थे।
इससे पहले गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से बनाई गई न्यायिक समिति ने प्रयागराज का दौरा किया, जबकि विशेष जांच दल ने सीन रिक्रिएट किया, जहां गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को 15 अप्रैल को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाते समय गोली मार दी गई थी।