हर्षोल्लास से सलेहा में भगवान 

परशुराम की जयंती मनाई गई

*समाचार: सलेहा मध्यप्रदेश

भगवान परशुराम एक ब्राह्मण के रूप में जन्में अवश्य थे लेकिन कर्म से एक क्षत्रिय थे। उन्हें भार्गव के नाम से भी जाना जाता है।

वैशाखग मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया पर भगवान विष्णु के अवतार परशुराम का जन्म हुआ था। भगवान परशुराम भार्गव वंश में जन्मे भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं, उनका जन्म त्रेतायुग में हुआ था। माना जाता है कि इस दिन किया गया दान-पुण्य कभी क्षय नहीं होता। अक्षय तृतीया के दिन जन्म लेने के कारण भगवान परशुराम की अक्षय शक्ति थीअखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद सलेहा के तत्वाधान में भगवान नारायण के छठे अवतार भगवान परशुराम जी का जन्म उत्सव कार्यक्रम संपन्न हुआ जिसमें भगवान परशुराम जी का अभिषेक चंदन पुष्पमाला दीप प्रज्वलन कर आरती पश्चात उपस्थित ब्राह्मण समुदाय ने अपने अपने विचार रखें इसी अवसर पर सचिदानंद शर्मा ने कहा हर ब्राह्मण को अपने आराध्य भगवान परशुराम की घर में मूर्ति फोटो इस्थापित कर प्रतिदिन पूजा करनी चाहिए। पूर्व समाज सेवी रामस्वरूप पांडे जी। ने कहा कि हर ब्राह्मण को जनेऊ और तिलक लगाने चाहिए ब्राह्मणों के विभिन्न समुदायो को भेदभाव मिटाकर एक होना चाहिए संगठन में शक्ति है वहीं शरद शरद त्रिपाठी पूर्व रिटायर शिक्षक मुन्नीलाल तिवारी ने भगवान परशुराम के चरित्र का वर्णन किया सलेहा भाजपा मंडल अध्यक्ष हरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि हिंदुओं को एकजुट होना चाहिए हमें भेदभाव मिटाने की जरूरत है 

आज के इस कार्यक्रम में श्री रामस्वरूप पांडे, श्री सच्चिदानंद शर्मा,गुनौर तहसील इकाई के कार्यवाहक अध्यक्ष धीरेंद्र कुमार मिश्रा, उपाध्यक्ष मुन्नीलाल तिवारी 

 उपाध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा कोषाध्यक्ष श्री कुंज बिहारी शर्मा श्री हरेंद्र त्रिपाठी ललित मिश्रा कामता शर्मा विजय मिश्रा सोनू त्रिपाठी , शरद त्रिपाठी, गोमती महाराज, श्री कमलाकांत मिश्रा, विजय मिश्रा पप्पू उरमलियआ राकेश गौतम रोहणी मिश्रा राजा मिश्रा शिवकान्त त्रिपाठी रज्जन मिश्रा बृजलाल गोस्वामी पाठक जी कठवरिया चौबे जी कठवरिया अनेक ब्राह्मण जन समुदाय उपस्थित रहे