पुलिस अब इस बात की जानकारी जुटाएगी बाइक कहां से लाई गई. वहीं, इसकी भी जानकारी जुटाई जाएगी कि कैमरा कहां से लिया, फेक कैमरा है या कहीं से खरीदकर लाए.
माफिया से नेता बने अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की भारी पुलिस सुरक्षा और मीडियाकर्मियों के बीच हत्या कर दी गई. इस हत्या के बाद से सनसनी फैल गई है. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि अतीक और उसका भाई मीडियाकर्मी से बात कर रहे थे. इस दौरान हमलावारों ने उनपर गोली चला दी. जानकारी के मुताबिक, हमलावर Up70-M7337-इस पल्सर मोटरसाइकिल से आए थे. क्या ये नंबर फर्जी तो नही इसकी भी जांच की जाएगी.
पुलिस अब इस बात की जानकारी जुटाएगी बाइक कहां से लाई गई. वहीं, इसकी भी जानकारी जुटाई जाएगी कि कैमरा कहां से लिया, फेक कैमरा है या कहीं से खरीदकर लाए. फोरेंसिक टीम के 5 अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. वे हर सबूत जुटा रहे हैं. इस हत्या ने देशभर में सनसनी फैला दी है. दोनों की हत्या में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ जारी है.
मीडियाकर्मी बनकर आए थे हमलावार
बता दें कि तीनों हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे और ताबड़तोड़ गोलियां चलाने लगे. पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई है. वारदात रात के करीब 10 बजे की है जब पुलिस ने अतीक अहमद और अशरफ से लंबी पूछताछ की थी और इसके बाद दोनों को मेडिकल जांच के लिए लाया गया था. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि घटना के संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. महज दो दिन पहले ही झांसी में पुलिस मुठभेड़ में अहमद का बेटा असद मारा गया था.
प्रयागराज की सीमाओं को सील किया गया
इस हत्या के बाद पूरे यूपी में धारा 144 लगा दी गई है. वहीं, प्रयागराज की सीमाओं को भी सील कर दिया गया है. डीजीपी ने अल्पसंख्यक बाहुल्य ज़िलों के कप्तानों से बात की और उन्हें सतर्क रहने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज पुलिस कमिश्नर को किसी भी उपद्रव से सख़्ती से निपटने का निर्देश दिया है.
पुलिस ने कही ये बात
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, 'हम लोग घटना की जांच कर रहे हैं. अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. गिरफ्तार लोगों से अभी पूछताछ की जानी है.' सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) करेली श्वेताभ पांडेय ने बताया कि अतीक और अशरफ को रूटीन जांच के लिए अस्पताल लाया गया था, तभी यह घटना हुई. उन्होंने यह भी बताया कि तीनों आरोपियों को पकड़ लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. हालांकि उन्होंने अन्य कोई ब्यौरा नहीं दिया. पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर तीन पिस्तौल, एक मोटर साइकिल, एक वीडियो कैमरा और एक न्यूज चैनल का लोगो पड़ा मिला है. अंदेशा है कि तीनों हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आये और घटना को अंजाम दिया. उन्होंने अपने गले में पहचान पत्र भी लटका रखे थे.