नई दिल्ली, तमाम वैश्विक चुनौतियों के बावजूद वस्तु व सेवा निर्यात ने वित्त वर्ष 2022-23 में फिर से नया रिकॉर्ड बनाया है। वित्त वर्ष 2021-22 में भी वस्तु व सेवा दोनों ही निर्यात ने रिकॉर्ड बनाए थे। वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय की तरफ से गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 में वस्तु व सेवा का कुल निर्यात 770.18 अरब डॉलर का रहा, जो वित्त वर्ष 2021-22 में वस्तु व सेवा के कुल निर्यात से 13.9 फीसद अधिक है। वित्त वर्ष 2021-22 में वस्तु व सेवा का कुल निर्यात 676.53 अरब डॉलर का था।

2021-22 के मुकाबले 93.65 अरब डॉलर का अधिक रहा निर्यात

आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 में वस्तु व सेवा का कुल आयात 892.18 अरब डॉलर का रहा, जो 21-22 के मुकाबले 132 अरब डॉलर अधिक है। इस प्रकार वित्त वर्ष 2022-23 में कुल व्यापार घाटा 122 अरब डॉलर का रहा, जबकि पूर्व के वित्त वर्ष में व्यापार घाटा 83.53 अरब डॉलर का था।

वित्त वर्ष 21-22 में सेवा निर्यात 254.53 अरब डॉलर का था

मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 22-23 में वस्तु का निर्यात 447.46 अरब डॉलर का रहा जो पूर्व के वित्त वर्ष में किए गए 422 अरब डॉलर के वस्तु निर्यात से 6.03 फीसदी अधिक है। वित्त वर्ष 2022-23 में सेवा निर्यात 26.79 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 322.72 अरब डॉलर का रहा, जबकि वित्त वर्ष 21-22 में सेवा निर्यात 254.53 अरब डॉलर का था।

2023-24 के लिए जल्द लक्ष्य निर्धारित करेंगे

वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने बताया कि वित्त वर्ष 2022-23 के लिए वस्तु व सेवा निर्यात मिलाकर 750 अरब डॉलर निर्यात का लक्ष्य रखा गया था और कुल निर्यात लक्ष्य से 20 अरब डॉलर अधिक है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में विश्व व्यापार संगठन के विश्व व्यापार में 1.7 फीसद की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया है, जबकि वर्ष 2022 में विश्व व्यापार में 3.4 फीसद की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया था। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की चुनौतियों के बावजूद हम निर्यात को लेकर सकारात्मक है और हम तमाम आकलन के बाद चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए जल्द ही लक्ष्य निर्धारित करेंगे।