फ्रांस की राजधानी पेरिस में गाला डिनर में बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि मैं एक ऐसी भूमि जहां हमारे पास दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी है, वहां से एफिल टॉवर की भूमि पर आया हूं। मुझे लगता है कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और एफिल टॉवर, लोकतंत्र, एकता-विविधता की प्रतिबद्धता, वैश्विक व्यापार नियमों के सिद्धांत आदि की साझा मुल्यों के साथ हमारे प्यारे देशों और लोगों को एक साथ लाते हैं।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने दिया न्योता
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आगे कहा कि मैं आपको आपके बोर्ड के सदस्यों के साथ भारत आने के लिए आमंत्रित कर रहा हूं। फ्रांस के लोग पर्यटक के रूप में और निवेशक अच्छा रिटर्न पाने के लिए भारत आ सकते हैं। मैं आपको (फ्रांस) भारत के साथ व्यापार करने, हमारे बीच के व्यापार को बढ़ाने और 2 देशों के बीच प्रौद्योगिकी साझेदारी को शुरू करने के लिए आमंत्रित करता हूं।
'वस्तुओं और सेवाओं के सबसे बड़े उपभोक्ताओं में से एक है भारत'
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने पेरिस में कहा कि भारत वस्तुओं और सेवाओं के सबसे बड़े उपभोक्ताओं में से एक है। पिछले दो वर्षों में वस्तुओं और सेवाओं के हमारे निर्यात में 50% से अधिक की वृद्धि हुई है। हम उम्मीद करते हैं कि 2030 तक भारत से वस्तुओं और सेवाओं का हमारा निर्यात लगभग 765 अरब डॉलर के मौजूदा स्तर से तिगुना होकर 2 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा।
'2047 तक 35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनेगा भारत'
एक दिन पहले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने फ्रांस में भारतीय प्रवासी समुदाय को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि भारत का गौरवशाली इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि भारत आज 3.5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था है और 2047 तक 30-35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा।