नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Kissing Disease: इन दिनों कई तरह की बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में ले रही हैं। वायरस और बैक्टीरिया की वजह से फैलने वाली ये बीमारियां किसी को भी अपना शिकार बना सकती हैं। व्यक्ति किसी भी वजह से संक्रमण का शिकार हो सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि किस करने से आप बीमार हो सकते हैं। अगर यह सुनकर आप हैरान रह गए हैं, तो आज हम आपको एक ऐसी बीमारी के बारे में बताएंगे, जो किस करने से फैलती है

चुंबन से होने वाली इस बीमारी किसिंग डिजीज भी कहा जाता है। हालांकि, मेडिकल भाषा में मेडिकल भाषा में इंफेक्शियस मोनोन्यूक्लियोसिस(infectious mononucleosis) भी कहा जाता है। यह बीमारी एपस्टीन-बार वायरस (EBV) के कारण होती है, जो लार से फैलता है। क्योंकि वह बीमारी आमतौर पर किस करने से फैलती है, इसलिए इसे किसिंग डिजीज भी कहा जाता है। चलिए जानते हैं इस बीमारी जुड़ी सभी जरूरी बातों के बारे में-

किसिंग डिजीज क्या है?

यह बीमारी आमतौर पर व्यक्ति की लार से फैलती है। जब किस करते समय लोग एक-दूसरे के संपर्क में आते हैं, तो यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंच जाता है और फिर पूरे शरीर में फैल जाता है। इसके अलावा यह वायरस किसी भी बॉडी फ्लुड से फैल सकता है। खांसने, छींकने, ब्लड ट्रांसमीशन, सैक्शुअल कॉन्टैक्ट आदि के जरिए भी यह वायरस फैल सकता है।

किसिंग डिजीज के लक्षण

आमतौर पर किसिंग डिजीज कोई गंभीर बीमारी नहीं है। हालांकि, इसके लक्षण तब तक गंभीर हो सकते हैं, जब तक आप ठीक होना शुरू नहीं करते। इसके अलावा, इस संक्रमण की वजह से खतरनाक जटिलताएं हो सकती हैं, अगर समय से इसका सही इलाज न किया जाए। इस संक्रमण के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। मोनोन्यूक्लिओसिस से जुड़े कुछ आम लक्षण निम्नलिखित हैं

  • बुखार
  • थकान
  • सिर दर्द
  • लिवर का बढ़ना
  • स्पीन को बढ़ाना
  • सूजे हुए टॉन्सिल
  • गला खराब होना
  • त्वचा पर लाल चकत्ते

किसिंग डिजीज के रिस्क फैक्टर

आमतौर पर यह ईबीवी वायरस युवाओं और किशोंरों को प्रभावित करता है। साथ ही अगर बच्चे इससे संक्रमित भी होते हैं, तो उनमें लक्षण कम नजर आते हैं। वहीं, बुजुर्गों में संक्रमण की संभावना कम होती है। हालांकि, इस संक्रमण से कोई भी व्यक्ति संक्रमित हो सकता है, भले ही उसकी उम्र कुछ भी हो।

किसिंग डिजीज से बचाव

किसिंग डिजीज से बचने के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। यह एक संक्रामक रोग है, जिसके मामले भारत में कम ही देखने को मिलते हैं। हालांकि, आप कुछ तरीकों को अपनाकर इससे अपना बचाव कर सकते हैं।

  • साफ-सफाई का ख्याल रखें।
  • ओरल हाइजीन का विशेष ध्यान रखें।
  • किसी दूसरे के बर्तन इस्तेमाल न करें।
  • दूसरों के साथ खाना या ड्रिंक शेयर करने से बचें।
  • अगर आप इस संक्रमण का शिकार हैं, तो किसी को किस करने बचें।
  • वायरस को फैलने से रोकने के लिए नियमित रूप से अपने हाथ धोएं