प्रधान जिला न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भावना साधौ की अध्यक्षता में जिला न्यायालय परिसर के एडीआर भवन में सोमवार को मध्यस्थता जागरूकता कार्यक्रम और आगामी 13 मई को नेशनल लोक अदालत के सफल आयोजन के लिए प्रि-सिटिंग बैठक हुई। इस अवसर पर सभी न्यायाधीश एवं अधिवक्तागण शामिल रहे।

प्रधान जिला न्यायाधीश द्वारा नेशनल लोक अदालत के जरिए क्लेम, दीवानी, आपराधिक, पारिवारिक विवाद, भरण पोषण, घरेलू हिंसा इत्यादि से संबंधित प्रकरणों में राजीनामा के माध्यम से निराकरण के लिए विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। इसके अलावा मीडिएशन के माध्यम से उभयपक्ष के मध्य सहमति स्थापित कर मीडिएटर के समक्ष रेफर करने व मीडिएटर जज एवं अभिभाषक द्वारा उभयपक्ष से विस्तार से चर्चा कर और मीडिएशन के माध्यम से प्रकरण के निराकरण होने पर प्राप्त होने वाले लाभ बताए गए। साथ ही प्रकरण का अंतिम रूप से निराकरण हो जाने के बारे में भी अवगत कराया गया। लोक अदालत में दोगुनी संख्या में प्रकरणों के निराकरण के लिए आवश्यक सहयोग की अपेक्षा की गई।

नेशनल लोक अदालत के नोडल अधिकारी एवं विशेष न्यायाधीश आर.पी. सोनकर, जिला न्यायाधीश इन्द्रजीत रघुवंशी व जिला न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजेन्द्र कुमार पाटीदार ने भी उपस्थित अभिभाषकगण से राजीनामा योग्य प्रकरणों के निराकरण के लिए मीडिएशन कमेटी के सदस्यों तथा प्रशिक्षित मीडिएशन अधिवक्तागण से मीडिएशन के बारे में आ रही समस्याओं और उनके निवारण के संबंध में विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर जिला न्यायाधीश महेन्द्र मांगोदिया, कमलेश कुमार सोनी, सीजेएम राजेन्द्र सिंह शाक्य, न्यायिक मजिस्ट्रेट शिवराज सिंह गवली, मोहित बड़के, निधि शाक्यवार, प्रीतम शाह, जिला विधिक सहायता अधिकारी देवेन्द्र सिंह परस्ते, शासकीय अभिभाषक किशोर श्रीवास्तव, अधिवक्ता संघ के उपाध्यक्ष गोपाल मिश्रा, सचिव रत्नेश खरे, मीडिएशन कमेटी व अभिभाषक संघ के सदस्य, प्रशिक्षित मीडिएटर और पैनल अभिभाषकगण भी उपस्थित रहे।