राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि लोकतंत्र व संविधान की धज्जियां उडाई जा रही है, हिन्दू-मुस्लिम के नाम पर चुनाव जीतकर वे घमंड में आ गये हैं। राहुल गांधी को संसद में बोलने नहीं देते और सिर्फ उनसे माफी मांगने की जिद पर अडे हैं। ईवीएम को लेकर भी गहलोत ने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए सरकार को विपक्षी दलों की मांग पर विचार करना चाहिए।
लोकतंत्र व कानून का राज नहीं
सूरत के न्यायालय ने मोदी उपनाम को लेकर मानहानि मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं निलंबित सांसद राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाई जिसके बाद से भाजपा व कांग्रेस में तल्खी बढ गई है। कांग्रेस ने बुधवार को देश के विविध शहरों में पत्रकार वार्ता कर अपनी बात रखी। मुख्यमंत्री गहलोत ने अहमदाबाद में कहा कि देश में लोकतंत्र व कानून का राज नहीं रह गया है, केंद्र सरकार व भाजपा नेताओं को लोकतंत्र व संविधान से कोई सरोकार नहीं रह गया है।
उत्तर प्रदेश में चार सौ से अधिक सीट है लेकिन एक भी टिकट मुसिलम को नहीं दी गई, हिंदू मुस्लिम कर चुनाव जीतने के कारण भाजपा घमंड में है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद में अपनी बात रखनी चाही लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला ने भी अनसुनी कर दी।
भारत जोडो यात्रा को विफल करने के लिए करोडों खर्च किये
गहलोत ने कहा भाजपा ने राहुल गांधी की भारत जोडो यात्रा को विफल करने के लिए करोडों रु खर्च किये लेकिन उसकी सफलता के कारण अब प्रधानमंत्री मोदी, ग्रहमंत्री अमित शाह एवं भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा बोखला गये इसलिए किसी भी तरह राहुल को संसद से बाहर कर दिया ताकि वो अदाणी के वित्तीय हेरफेर, महंगाई, बेरोजगारी, जीएसटी, नोटबंदी आदि मुद्दे नहीं उठा सकें।
गहलोत के साथ गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर, पूर्व केंद्रीय मंत्री भरतसिंह सोलंकी, पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया, राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, गुजरात कांग्रेस प्रभारी डॉ रघु शर्मा, राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा आदि नेता भी यहां मौजूद थे।