मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को शुक्रवार को एक बड़ा झटका लगा है। बता दें कि चुनाव आयोग ने शिवसेना विवाद पर अपना फैसला सुनाया है। इस फैसले के बाद मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बड़ी राहत मिली है।
चुनाव आयोग ने अपना फैसला सुनाते हुए आदेश दिया कि पार्टी का नाम "शिवसेना" और पार्टी का प्रतीक "धनुष और तीर" एकनाथ शिंदे गुट द्वारा बनाए रखा जाएगा।एकनाथ शिंदे ने बदली डिस्प्ले तस्वीर
वहीं, चुनाव आयेग के फैसले के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ट्विटर पर अपनी डिस्प्ले तस्वीर अपडेट कर ली है। उन्होंने तस्वीर में शिवसेना के 'धनुष और तीर' का चिन्ह लगाया है। दूसरी तरफ पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम निश्चित तौर पर चुनाव आयोग के इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
हमें यकीन है कि सुप्रीम कोर्ट इस आदेश को खारिज कर देगा और 16 विधायकों को सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। मैंने कहा था कि ईसीआई को सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले फैसला नहीं देना चाहिए। यदि विधायकों और सांसदों की संख्या के आधार पर पार्टी का अस्तित्व तय किया जाता है, तो कोई भी पूंजीपति विधायक, सांसद खरीद सकता है और मुख्यमंत्री बन सकता है।
उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग के उस आदेश पर कहा कि "शिवसेना" नाम और "धनुष और तीर" चिन्ह एकनाथ शिंदे गुट द्वारा बनाए रखा जाएगा। उन्हें पहले बालासाहेब को समझना चाहिए। उन्हें पता चला है कि 'मोदी' नाम महाराष्ट्र में काम नहीं करता है इसलिए उन्हें अपने फायदे के लिए बालासाहेब का मुखौटा अपने चेहरे पर लगाना होगा। बाला साहेब की विचारधारा की हुई जीत- शिंदे
पार्टी के नाम "शिवसेना" और प्रतीक "धनुष और तीर" पर चुनाव आयोग के आदेश पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट द्वारा बनाए रखे जाने पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, यह हमारे कार्यकर्ताओं, सांसदों, विधायकों, जनप्रतिनिधियों और लाखों शिवसैनिकों की बालासाहेब और आनंद दीघे की विचारधाराओं की जीत है। यह लोकतंत्र की जीत है।