भोपाल. सड़क हादसों में कमी लाने और लोगों को ड्राइविंग में प्रशिक्षित करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार छह शहरों में एडवांस ड्राइविंग सेंटर खोलेगी. यह सेंटर भोपाल, छतरपुर, सिंगरौली, धार, बैतूल और सतना में खोले जाएंगे. ड्राइविंग सेंटर से ट्रेनिंग लेने वालों को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए ड्राइविंग टेस्ट नहीं देना होगा.
मध्यप्रदेश के परिवहन विभाग ने 81 ड्राइविंग सेंटर खोलने के प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजे थे. इनमें से केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने 6 फर्मों के आवेदन स्वीकार कर लिए हैं. अपर परिवहन आयुक्त अरविंद सक्सेना ने बताया कि कुल प्रस्तावों में से 3 रीजनल ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर (आरडीटीसी) और 3 ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर (डीटीसी) की मंजूरी मिली है. सेंटर खोलने के लिए केंद्र से 19.50 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद मिलेगी. इसके पीछे केंद्र की मंशा सड़क हादसों में कमी लाना है. सेंटर पर दुर्घटनाओं के कारणों का अध्ययन भी किया जाएगा और इसकी जानकारी ड्राइविंग सीखने वाले लोगों को दी जाएगी.
मध्यप्रदेश में मैसर्स वक्रतुंड क्रियेटिव सोशल वेलफेयर सोसायटी छतरपुर, तपस्या साईं बाबा जन कल्याण शिक्षा प्रसार समिति भोपाल, बैतूल मल्टी ट्रेड कंपनी बैतूल को 3 रीजनल ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर (आरडीटीसी) खोलने की मंजूरी दी गई है. साथ ही 3 ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर (डीटीसी) सार्थक वेलफेयर सोसायटी सतना, आर्यन मोटर्स सिंगरौली, मालवा ड्राइविंग सेंटर धार में खोले जाएंगे।