राजधानी दिल्ली के बहुचर्चित कंझावला केस ( Kanjhawala death case ) की गुत्थी अभी सुलझी नहीं थी कि उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से भी एक ऐसी ही दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. यहां एक कार छात्र को सड़क पर घसीटती रही. छात्र बचाव-बचाव कहकर चिल्लाता रहा और लोग कार को रुकवाने का प्रयास करते रहे लेकिन कार चालक ने पीछे को मुडकर तक नहीं देखा. लगभग एक किलोमीटर तक घसीटने के बाद इकट्ठा हुई भीड़ ने किसी तरह कार को रुकवाया और ड्राइवर को जमकर खबर ली. इसके साथ ही लोगों ने घायल छात्र को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया.

दरअसल, देहात क्षेत्र के मुहल्ला झबरपुरवा निवासी केतन 9वीं क्लास में पढ़ता है. कल यानी शुक्रवार को केतन साइकिल से अपने दोस्तों के साथ कोचिंग में जा रहा था. तभी अमर जवान चौराहे के पास एक कार ने उसकी साइकिल को टक्कर मार दी, जिसकी वजह से केतन का पैर कार के पीछे लगी लोहे की गार्ड में फंस गया. कार में पैर फंसने के केतन सड़क पर दूर तक घिसटता चला गया. हालांकि केतन के दोस्तों ने कार रुकवाने का प्रयास किया और शोर मचाकर अपने दोस्त को बचाने की गुहार लगाई, लेकिन कार चालक ने अनसुनी कर दी और कार को दौड़ाता रहा. कार चालक घंटाघर रोड की तरफ से पूजा होटन की गली में जा घुसा तभी भीड़ ने उसको रोक लिया और कार में फंसे छात्र को निकालकर किसी तरह हॉस्पिटल में पहुंचाया. गुस्साई भीड़ ने कार चालक को पीटना शुरू कर दिया. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कार चालक को हिरासत में ले लिया.

आपको बता दें कि दिल्ली में 31 दिसंबर की रात कार सवार पांच लोगों ने एक स्कूटी सवार युवती को टक्कर मार दी थी, जिसके बाद युवती का पैर कार के एक्सल में फंस गया और कार सवार लोग उसको 10 से 12 किलोमीटर तक घसीटते रहे. इस दौरान युवती की मौत हो गई. युवती का शव नग्न और क्षत विक्षत अवस्था में कंझावला इलाके में रोड पर पड़ा मिला था.