गोरखपुर/क़लंदर ए ज़मा हज़रत सख़ी,नियाज़ बहादुर मिस्कीन शाह रहमतुल्लाह अलेह के नवासे अकबर 

सुल्तानुल वक्त औलिया अल्लाह हज़रत मियां मोहम्मद अली अज़फर शाह बा लक़ब सरदार बहादुर जज़्बी उर्फ मुन्ने मियां रहमतुल्ला अलेह इब्न अली अनवार शाह गोरखपुरी रहमतुल्लाह आले

 का उर्स मुक़द्दस दिनांक 2 जनवरी सोमवार को अपरांत 4:00 ख़ानकाहे मिस्कीनिया, मोहल्ला अधियारी बाग में हजरत सैयद मियां मोहम्मद मुस्तफा साहब सज्जादा नशीन खुरमा शरीफ रामपुर व हजरत मियां मोहम्मद आफाक साहब नायब सज्जादा नशीन खोरमा शरीफ रामपुर और औलादे अकबर हजरत सूफी मियां हजरत सूफी मियां मोहम्मद अली अख्तर निहाली जज्बी हैदरी चिश्ती निजामी के सरपरस्तती मे संपन्न हुआ।

 इस अवसर पर खानकाह मिसकीनिया के सदर आला मोहम्मद फर्रुख जमाल ने बताया कि हज़रत अली असफर शाह उर्फ मुन्ने मियां हज़रत मिस्कीन शाह रहमतुल्ला अलेह के बहुत ही ख़ास नवासे थे। आपके करामात एक आलम वाकिफ है।

ख़ानक़ाह के ख़ादिम और सेक्रेटरी, फिरोज़ अहमद नेहाली पर पोते मुरीद हज़रत मिस्कीन शाह ने बताया कि आज गोरखपुर समेत लखनऊ, बिहार और मुल्क के कोने कोने में हज़रत अली अज़फर शाह उर्फ मुन्ने मियां रहमतुल्ला अलेह का उर्स बड़े अकीदत और ऐहतेराम के साथ मनाया गया । 

मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना हजरत अफजल बरकाती ने हज़रत की हयाते मुबारक पर रोशनी डाली और मुल्क के अमन व अमान के लिए खास दुआएं की।

 कुल शरीफ में शकील अहमद अंसारी, वकील अहमद बड़े, अकील अहमद छोटे, गुलजार अहमद शेरू, समीउल्लाह, साहिल, अरहम, ज़ैद, शमीम अहमद , अयान , किशन कनौजिया, हमदान, हमजा , वगैरा मौजूद थे