भारत में कोरोना BF-7 वैरिएंट के चार मामले सामने आए हैं. चौथा केस गुजरात के वडोदरा में मिला है. यहां एक NRI महिला में कोरोना के BF-7 वैरिएंट की पुष्टि हुई है. वडोदरा के सुभानपुरा में 61 वर्षीय महिला में बीएफ.7 वैरिएंट की पुष्टि हुई है. इसके बाद महिला के संपर्क में आए तीन लोगों की कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग की गई. वडोदरा में बीएफ.7 वैरिएंट मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि चीन में बीएफ.7 वैरिएंट के कारण ही हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. BF-7 वेरिएंट ही चीन में कोरोना विस्फोट की असली वजह है. डब्ल्यूएचओ ने बताया कि बीएफ.7 कोरोना का सबसे तेज फैलने वाला वैरिएंट है. कोरोना का बीएफ.7 अमेरिका, ब्रिटेन और बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस और डेनमार्क जैसे यूरोपीय देशों सहित कई देशों में पहले ही पाया जा चुका है.

स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने की समीक्षा बैठक

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कोविड समीक्षा बैठक में विशेषज्ञों ने कहा कि हालांकि अभी तक कोरोना मामलों की संख्या में समग्र वृद्धि नहीं हुई है, लेकिन मौजूदा और उभरते स्वरूपों पर नज़र रखने के लिए निरंतर निगरानी की आवश्यकता है. चीन के विभिन्न शहर वर्तमान में कोरोना के बीएफ.7 की चपेट में हैं. इसी वैरिएंट के कारण चीन में कोविड संक्रमण के मामलों में व्यापक उछाल आया है.

BF.7 ओमिक्रॉन के स्वरूप BA.5 का सब-वैरिएंट

बीएफ.7 ओमिक्रॉन के स्वरूप बीए.5 का सब-वैरिएंट है और इसमें संक्रमण की व्यापक क्षमता होती है. इसकी इनक्यूबेशन अवधि कम होती है और इसमें फिर से संक्रमण पैदा करने या उन लोगों को भी संक्रमित करने की उच्च क्षमता होती है, जिन्हें टीका लगाया जा चुका है.

बीएफ.7 से जुड़े लक्षण

बता दें कि कोरोना का BF.7 वैरिएंट उन्हीं लोगों को संक्रमित करता है, जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है. इसके लक्षण कुछ इस प्रकार हैं.