भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने मंगलवार को डिजिटल करेंसी का सॉफ्ट लॉन्च कर दिया है. डिजिटल करंसी या ई रुपये को आरबीआई ने पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लॉन्च किया है. नई डिजिटल करेंसी या सेंट्रल बैंक डिजिटल करंसी 'सीबीडीसी' के लिए नौ बैंकों को इसके इस्तेमाल की इजाजत दी गई है, जिसमें (एसबीआई) SBI, बीओबी (BOB), आईसीआईसीआई (ICICI), एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank), कोटेक बैंक (KOTAK Bank), यस बैंक (YES Bank), आईडीएफसी (IDFC Bank), यूनियन बैंक (UNION Bank) शामिल हैं.

पायलट प्रोजेक्ट पहले होलसेल के लिए लॉन्च किया गया, जिसकी शुरुआत कुछ बड़े पेमेंट्स के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू होगी. उसके बाद इसे रिटेल डिजिटल करेंसी को बाजार में लाया जाएगा. इस महीने के अंत तक रिटेल जिसमें आम आदमी भी इस करेंसी का इस्तेमाल कर सके लांच किया जाएगा.

देश में आरबीआई की डिजिटल करेंसी आने के बाद अब लोगों को कैश रखने की आवश्यकता नहीं है. लोग डिजिटल करेंसी को मोबाइल वॉलेट में रख सकेंगे और इस पर पूरी तरह से रिजर्व बैंक का नियंत्रण रहेगा. डिजिटल करेंसी से सरकार के साथ बिजनेस और आम लोगों के लिए लेनदेन की लागत कम होगी.