पिरान कलियर: विश्व प्रसिद्ध तीर्थ पिरान कलियर में साबिर पाक के 754वें सालाना उर्स की तैयारियां शुरू हो गई हैं। दरगाह साबिर पाक और प्रांगण में रंग रोगन का कार्य शुरू कर दिया है।

27 सितम्बर मंगलवार को उर्स की प्रथम रस्म परचम कुशाई बाद नमाज़े असर अदा की जाएगी। जुलूस परचम दरगाह साबिर पाक से वाया कोठी सज्जादानशीन मेन गेट पर परचम कुशाई (झंडा फैराया जाएगा) रबीउल अव्वल का चांद दिखाई देने पर 27 सितम्बर को ही बाद नमाज़े ईशा दरगाह साबिर पाक से सज्जादानशीन अपने क़दीमी घर जाएंगे। वहां से महंदी डोरी लेकर जुलूस व क़व्वाली के साथ दरगाह साबिर पाक पहुंचेंगे और महंदी डोरी की रस्म अदा की जायेगी। साबिर पाक के 754 वें उर्स का आगाज़ हो जायेगा।

तीन अक्टूबर छह रबीउल अव्वल को रात 9:30 बजे दरगाह साबिर पाक से सज्जादानशीन जुलूस के साथ दरगाह इमाम साहब जाएंगे जहां रस्मे क़ुल शरीफ़ अदा की जाएगी।

आठ अक्टूबर 11 रबीउल अव्वल को छोटी रोशनी, नौ अक्टूबर 12 रबीउल अव्वल को बड़ी रोशनी महफ़िल खाने में रात दस बजे खत्म शरीफ़ होगा।

10 अक्टूबर 13 रबीउल अव्वल को सुबह 10 बजे मुख्य रस्म क़ुल शरीफ़ अदा होगी। बाद नमाज़े असर अंदरूनी दरगाह शरीफ़ में रस्म दस्तार बंदी अदा की जाएगी। रात 10 महफ़िल-ए-समा क़व्वाली का कार्यक्रम महफ़िल खाने में आयोजित होगा। 11 अक्टूबर 14 रबीउल अव्वल को ग़ुस्ल शरीफ़ की रस्म सुबह 10 बजे अदा की जाएगी। 

रात दस बजे साबिर पाक के दादा पीर हज़रत कुतबुद्दीन बख्तियार काकी देहलवी रेह. का क़ुल शरीफ़ व महफ़िल-ए-समा (क़व्वाली) का कार्यक्रम होगा।

14 अक्टूबर 17 रबीउल अव्वल को बाद नमाज़े मगरिब महफ़िल खाने में साबिर पाक के वालिद-ए-मोहतरम का क़ुल शरीफ़ होगा।