नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने ड्रग्स के खिलाफ बढ़ी कार्रवाई करते हुए 30 हजार किलो से अधिक जब्त की दवाओं को नष्ट कर दिया. ये सारी कार्रवाई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की निगरानी में हुई. ड्रग्स के इस बड़े खेप को 4 स्थानों पर नष्ट किया गया. इसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्री कहा कि नशीले पदार्थों की तस्करी समाज के लिए खतरा है. ऐसे में किसी भी देश को नशीले पदार्थों की तस्करी के प्रति जीरो टॉलरेंस रखना चाहिए. चंडीगढ़ में NCB द्वारा 4 स्थानों पर 30,000 किलोग्राम से अधिक जब्त किए गए ड्रग्स को केंद्रीय गृह मंत्री के सामने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नष्ट किया गया. इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हमें नशीले पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाकर युवा पीढ़ी को बचाना है. बता दें कि NCB ने 1 जून से ड्रग्स पदार्थों के निपटान से संबंधित अभियान की शुरुआत की थी. अभी तक 29 जुलाई तक 11 राज्यों में 51,217 किलोग्राम से अधिक ड्रग्स का निपटारा किया जा चुका है.

अमित शाह ने कहा कि स्वस्थ समाज और समृद्ध राष्ट्र के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक है. सुरक्षा की दृष्टि से भी यह महत्वपूर्ण है क्योंकि नशीले पदार्थों के व्यापार से उत्पन्न होने वाली काली कमाई का उपयोग देश के खिलाफ गतिविधियों में किया जाता है.सम्मेलन का आयोजन एनसीबी द्वारा किया गया है. शाह ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बने, तो भारत सरकार ने मादक पदार्थों को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई थी. शाह ने कहा कि मादक पदार्थों के खिलाफ तेजी से और सही दिशा में बढ़ रही लड़ाई के परिणाम दिखने शुरू हो गए हैं. उन्होंने कहा कि मादक पदार्थ युवा पीढ़ी पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं और इसे दीमक की तरह नुकसान पहुंचाते हैं. शाह ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार इस संकट को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है. गृह मंत्री ने कहा कि नशीले पदार्थों का न केवल सेवन करने वालों पर, बल्कि समाज, अर्थव्यवस्था और देश की सुरक्षा पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. उन्होंने कहा कि हमें इसे पूरी तरह से खत्म करना होगा. सम्मेलन के आयोजन के साथ ही एनसीबी द्वारा दिल्ली, चेन्नई, गुवाहाटी और कोलकाता में लगभग 30, 000 किलोग्राम मादक पदार्थ नष्ट किया गयाय