पिता और दो पुत्रों की हत्या किरायेदारी के विवाद में हुआ। 

जनपद जौनपुर तहसील सदर के विकास खंड सिरकोनी अंतर्गत गाँव कचगांव अंडरपास के पास, बीते दिन रविवार की रात किरायेदारी के विवाद में,पिता और उसके दो पुत्रों की हथौड़े व रॉड से सिर कूंच कर हत्या कर दी गई। घटना से गुस्साए परिजनों और रिश्तेदारों ने हंगामा कर हाईवे जाम करने की तीन बार कोशिश की मगर पुलिस अधिकारियों ने समझाकर शांत करा दिया। पुलिस ने घटनास्थल से हथौड़ा और रॉड बरामद किए हैं। वहीं, बड़े बेटे की पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष पलटू राम नागर, उनके बेटे गोलू, दामाद नागमणि और अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। सुबह करीब 11 बजे तक एडीजी वाराणसी पीयूष मोर्डिया व डीआईजी वैभव कृष्ण घटनास्थल का जायजा लिया।पुलिस अधीक्षक श्री डॉ0 कौस्तुभ कुमार ने बताया कि आरोपी पलटू राम और नागमणि को गिरफ्तार कर लिया गया है। गोलू पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। इस मामले में लापरवाही बरतने पर जफराबाद थानाध्यक्ष जयप्रकाश यादव, हल्का प्रभारी धनुषधारी पांडेय और सिपाही रामनरेश को निलंबित किया गया है। घटना के खुलासे के लिए पुलिस की आठ टीमें गठित की गई हैं। इमलो क्षेत्र के गांव महमदपुर कांध निवासी लालजी (55) का नेवादा अंडरपास के समीप लालजी भइया इंजीनियरिंग व इलेक्ट्रिकल्स के नाम से कारखाना है। यहां पर वह वेल्डिंग और जेसीबी की मरम्मत का काम करते थे। दोनों बेटे गुड्डू (33) और यादवीर (25) भी काम में सहयोग करते थे। कारखाने में जल निगम की पाइपों पर चूड़ी पेरने का भी काम होता है। पुलिस के अनुसार, लालजी रविवार को जौनपुर गए थे। वहां से काम निपटाने के बाद शाम करीब 5 बजे वह कारखाना पहुंच गए। इसके बाद वह यादवीर और गुड्डू के साथ काम में जुट गए। देर शाम तक घर नहीं लौटने पर गुड्डू की पत्नी सरिता देवी ने पति, ससुर और देवर के मोबाइल पर फोन किया। लेकिन तीनों के फोन नहीं उठे। इसके बाद सरिता देवी ने अपने भाई देवेंद्र कुमार निवासी खरौरा को फोन कर तीनों लोगों का पता लगाने के लिए कहा। देवेंद्र ने कहा, वह सुबह कारखाने पर जाकर पता कर लेगा कि आखिरकार रात में वे लोग घर क्यों नहीं गए।सुबह करीब 5 बजे देवेंद्र कारखाने पहुंचे तो वहां का दृश्य देखकर घबरा गए। भागकर बाहर खड़े एक व्यक्ति को बताया। इसके बाद तुरंत पुलिस को सूचना दी। करीब छह बजे पुलिस मौके पर पहुंची। अंदर कमरे में जाकर देखा तो कमरे में लालजी, यादवीर व गुड्डू की लाशें पड़ी थीं। सीओ सिटी देवेश सिंह, थानाध्यक्ष लाइन बाजार सतीश सिंह, थानाध्यक्ष जफराबाद जय प्रकाश यादव ने भी मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। जांच में पता चला कि हमलावर वारदात के बाद सीसीटीवी की डीवीआर भी उखाड़ ले गए। पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौके पर भारी पुलिस लगा दी गई। इधर, शाम 7:30 बजे तीनों शवों का शहर के रामघाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। मुखाग्नि लालजी के तीसरे बेटे जिलाजीत ने दी। जिलाजीत एक साल से जेल में बंद था। उसे अंतिम संस्कार के लिए पैरोल पर बाहर लाया गया था। कोर्ट में चल रहा किरायेदारी का विवाद-लालजी वर्ष 2018 में पलटू राम के मकान में अपना कारखाना चलाते थे। किरायेदारी को लेकर दोनों में विवाद हो गया था। मामला कोर्ट में चल रहा है। पलटू राम की बेटी के साथ लालजी के बेटे गुड्डू का प्रेम प्रसंग था। पिछले साल वह उसे भगा ले गया था। इस मामले में गुड्डू पर मुकदमा भी दर्ज कराया गया था।

. जफराबाद के बाईपास नेवादा के पास एक कारखाने में पिता व उनके दो पुत्रों की हत्या की गई। इनके सिर पर किसी भारी वस्तु से हमला किया गया है। इनका कुछ लोगों से किरायेदारी को लेकर विवाद चल रहा था। धारदार हथियार का प्रयोग नहीं किया गया है।वही पुलिस अधीक्षक श्री डा0 कौस्तुभ कुमार यह भी बताए कि पुलिस की आठ टीमों का गठन किया गया है।