आजकल न्यूज और सोशल मीडिया में एक खबर बार-बार सामने आ रही है — बच्चों की चोरी। ये घटनाएं न केवल दिल दहला देने वाली हैं, बल्कि हमारे समाज में बढ़ते खतरे की ओर भी इशारा करती हैं। यह जरूरी है कि हर माता-पिता, शिक्षक और समाज के हर जिम्मेदार नागरिक को इस विषय पर जागरूक किया जाए।
🔍 क्यों हो रही हैं ये घटनाएं?
-  बच्चों को अगवा कर भिक्षावृत्ति, बाल तस्करी या गैरकानूनी कामों में धकेला जा रहा है। 
-  कई बार बच्चों को काम का लालच या खेलने का बहाना देकर फुसलाया जाता है। 
-  ऐसे गिरोह छोटे शहरों, गांवों और यहां तक कि बड़े शहरों में भी सक्रिय हैं। 
🛑 माता-पिता और अभिभावकों के लिए जरूरी सावधानियां:
-  बच्चों को कभी अकेले न भेजें, खासकर स्कूल या बाजार। 
-  उन्हें सिखाएं कि किसी अनजान व्यक्ति से बात न करें या चीजें न लें। 
-  बच्चों को याद करवाएं: -  अपना पूरा नाम 
-  माता-पिता का नाम 
-  मोबाइल नंबर और पता 
 
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-  CCTV कैमरा, GPS ट्रैकर जैसी आधुनिक तकनीक का उपयोग करें। 
-  किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत पुलिस या लोकल अथॉरिटी को सूचित करें। 
📢 समाज की जिम्मेदारी
-  यदि आप किसी बच्चे को असामान्य स्थिति में देखें — जैसे किसी अनजान व्यक्ति के साथ डरा हुआ या रोता हुआ — तो तुरंत हस्तक्षेप करें। 
-  आस-पड़ोस में भी बच्चों की सुरक्षा पर नज़र रखें। 
-  सोशल मीडिया पर अफवाहें न फैलाएं, सिर्फ भरोसेमंद जानकारी साझा करें। 
🚔 क्या करें अगर बच्चा लापता हो जाए?
-  तुरंत 100 नंबर पर कॉल करें या नज़दीकी पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करवाएं। 
-  बच्चे की हाल की तस्वीर, कपड़ों का विवरण, और लास्ट लोकेशन साझा करें। 
-  सोशल मीडिया और WhatsApp ग्रुप्स में फोटो व जानकारी शेयर करें। 
🙏 अंत में एक अपील
बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं। उनकी सुरक्षा सिर्फ माता-पिता की नहीं, पूरे समाज की जिम्मेदारी है। आइए, मिलकर एक ऐसा वातावरण बनाएं जहां हर बच्चा सुरक्षित और खुशहाल हो।
 
  
  
  
   
   
  