मदर्स डे पर रानी रोहिणी कुमारी ने कहा मदर्स डे एक ऐसा दिन जिस दिन बच्चे अपनी मां के सम्मान के लिए उन्हें स्पेशल फील कराते हैं. मां का ऋण कोई भी कभी नहीं उतार सकता है, क्यों मां शब्द ही ऐसा है जिसमें ब आजबच्चे का पूरा संसार बसता है. 

मां और बच्चों का ये दिन पूरा विश्व मई के दूसरे रविवार को पूरी दुनिया में मनाया जाता है रानी रोहिणी कुमारी राजपूत महिला फाउंडेशन बूंदी ने भी अपनी संस्था की सभी सदस्यों के साथ एक ही रंग के परिधान पहन मदर्स डे मनाया । संस्था की अध्यक्ष रानी रोहिणी कुमारी ने मदर्स डे पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 

 मदर्स डे को शुरुआत करने का श्रेय जाता है अमेरिका की ऐना एम जारविस को, ऐना का जन्म अमेरिका के वेस्ट वर्जिनिया में हुआ, ऐना की मां अन्ना एक स्कूल टीचर थी. एक दिन स्कूल में बच्चों को पढ़ाते वक्त उन्होंने बताया कि एक दिन ऐसा आएगा जब मां के लिए एक दिन समर्पित किया जाएगा. ऐना की मां के निधन के बाद, ऐना और उसके दोस्तों ने एक अभियान शुरु किया, जिसमें मदर्स डे के दिन राष्ट्रीय छुट्टी हो ऐसा कहा गया. ऐना इसीलिए ऐसा करना चाहती थी ताकि बच्चे जब तक उनकी मां जिंदा हैं तब तक उनका सम्मान करें और उनके योगदान की सराहना करें। रानी रोहिणी कुमारी ने अपनी संस्था सदस्यों के साथ एक वृद्ध निरक्षित महिला का माला पहनाकर कर समान किया और उसे जरूरत की खाद्य्य सामग्री का किट उसे फाउंडेशन द्वारा भेट किया। कार्यकर्म मे संस्था की सभी सदस्य उपस्थित रहे।