अपनी पूरी जिंदगी ईमानदारी और सत्यनिष्ठा के साथ सरकार को समर्पित करने वाला एक सेवानिवृत चिकित्सक अपनी ही पुस्तैनी जमीन को बचाने के लिए दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। सेवानिवृत चिकित्सक डॉ. जानकी लाल खत्री के जीवन पर प्रख्यात पत्रकार एन. रघुरामन द्वारा लिखा गया लेख युवा वर्ग को प्रेरित करता हैं। ऐसे वरिष्ठ नागरिक ने थक हार कर प्रेस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रेस प्रतिनिधियों के सामने अपनी जमीन बचाने की गुहार लगाई। डॉ. खत्री ने तालेड़ा थाने गादेगाल गांव में स्थित अपनी पैतृक जमीन को प्राप्त करने के लिए प्रयासरत है, लेकिन शासन प्रशासन दबंग भूमाफियाओं के आगे नतमस्तक दिखाई दे रहा है। वृंदावन के विधवा आश्रम में निशुल्क सेवाएं देने वाला यह चिकित्सक एक ओर शासन प्रशासन के चक्कर काट रहा हैं, वहीं दबंगों ओर भूमाफियाओं की दंबगई का सामना भी कर रहा हैं।
पीड़ित जानकी लाल ने बताया कि बूंदी जिले के ग्राम मांगली पटवार हल्का गादेगाल में उनकी पुश्तैनी जमीन स्थित है।जिसमें मेरे 1/5 हिस्से पर अनादिकृत रूप से दबंगों द्वारा बेचकर कब्जा कर लिया है।जिसको छुड़ाने के लिए 18 साल से न्यायालयों,पुलिस थानों,जिला कलेक्टर व जनप्रतिनिधियों के चक्कर काटने को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके पैतृक जमीन को किशनलाल, देवकरण द्वारा जालसाजी पूर्वक अनाधिकृत रूप से एक करोड़ 6 लाख रुपए देकर बाहर के बाहर ही बेच दिया तथा मेरा हिस्सा बिरखा सिंह को बेचकर कब्जा करवा दिया। उन्होंने बताया कि जमीन पर भूमाफियाओं द्वारा कब्जा करने के कारण परिवार को बदहाली की जिंदगी जीने एवं भीख मांगकर चंदा एकत्रित करके पढ़ाई करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि 2001 में मेरे पिता द्वारा कब्जे का दावा पेश किया गया जिसको पिता की मृत्यु के बाद बड़े भाई रमेश चंद्र खत्री ने आगे बढ़ाया 2018 में उनकी मृत्यु के बाद एसडीएम ने पटवारी की छदम रिपोर्ट पर मुकदमा खारिज कर दिया। इसके बाद मेरे द्वारा हाई कोर्ट जयपुर से आदेश के बाद भी कोई फैसला नहीं दिया जा रहा है। दबंगों द्वारा मेरे ऊपर एसटी एससी का मुकदमा भी किया। जिसका निर्णय न्यायालय बूंदी ने मेरे पक्ष में किया। लगातार दबंगो से तंग आकर मेरे अन्य भाइयों द्वारा रजिस्ट्री करवा दी गई। लेकिन मेरा हिस्सा आज तक उनके कब्जे में है जिसको मैं बेचना नहीं चाहता यह मेरी पुरखों की निशानी है। उन्होंने बताया कि कई बार जिला पुलिस अधीक्षक, जिला कलेक्टर व जनप्रतिनिधियों से न्याय दिलाने की गवार लगाने के बावजूद मेरे साथ न्याय नहीं हो रहा है उल्टा मुझे न्याय के लिए चक्कर काटने पड़ रहे हैं। उन्होंने पुलिस पर कबजेदारी दबंग भूमाफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया है उन्होंने कहा कि कब्जा पुलिस के संरक्षण में हुआ है तथा पुलिस द्वारा उल्टा मुझे परेशान किया जा रहा है जो कि न्याय संगत नहीं है। जानकी लाल ने पुलिस पर आरोप लगाया कि कब्जा दिलाने के नाम पर उनसे दो करोड रुपए की रिश्वत भी मांगी गई जिसको देने में असक्षम होने के चलते उन्हें न्याय नहीं मिल पाया। जिसके कारण दबंगों द्वारा तालेड़ा थाने के बाहर बुलाकर धमकाया तथा इंदौर में जानलेवा हमला भी किया। जिसकी भी रिपोर्ट इंदौर थाने में दर्ज कराई हुई है वहीं 420 कर जमीन बेचने का मुकदमा तालेड़ा एसीएम कोर्ट में वाद दायर किया हुआ है। कहीं सुनवाई नहीं होने पर प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री को पत्र लिख अपनी पीड़ा बताकर न्याय की गुहार लगाई है।